दलित परिवार की चोटो का डाक्टरी परीक्षण तक नही करा रहा है जिला प्रशासन : पंकज सोनकर
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जौनपुर। सीतमसराय के दलित खटीक परिवार पर 30 अगस्त को चौकी प्रभारी सितमसराय द्वारा लाठी चार्ज किया गया था,घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर खुब वायरल हुई।वीडियों के वायरल होने पर सभी दलों के नेताओं ने मदद करने का क्रेडिट लेने के लिए पीड़ित परिवार से मिलकर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।वही दुसरी तरफ पुलिस वीडियो में जीन महिलाओं और लड़कियों को पिटती नजर आ रही है उन्ही के उपर परिवार के सात सदस्यों सहित चौकी प्रभारी सीतमसराय की तहरीर पर गैरजमानती धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है और एक सदस्य को जेल भी भेज दिया है।पुलिस द्वारा प्रताणित दलित परिवार अपना मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय व पुलिस अधीक्षक कार्यालय जौनपुर का चक्कर लगा रहा है लेकिन घटना के छः दिन गुजर जाने के बाद भी पीड़ित दलित परिवार का मुकदमा तक नही लिखा जा रहा है और न ही पीड़ित परिवार को लगी चोटों का डाक्टरी परीक्षण ही कराया जा रहा है।कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश सचिव पंकज सोनकर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल आज जिलाधिकारी जौनपुर से मुलाकात कर पीड़ित दलित परिवार की चोटो का डाक्टरी मुआयना कराये जाने की मांग किये।कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद पीड़ित दलित परिवार की महिलाओं का कहना है कि पुलिस की कारगुज़ारियों पर पर्दा डालने के लिए एक सोची समझी साज़िश के तहत दलित होने के कारण जनपद की पुलिस और जिला प्रशासन हमारी चोटो का मेडिकल मुआयना भी नही करा रहा है।जिला प्रशासन पुलिस की मदद करते हुए चाहता है कि कुछ दिन और बीत जायेंगे तो हमारी चोटो का निशान अपने आप मीट जायेगा और हमारे घाव भर जायेंगे।हम सबने मुख्यमंत्री से भी न्याय की गुहार लगाई है।हमें भय है की पुलिस हमारे परिवार के लोगों को अन्य झूठें गम्भीर मुकदमें में फसा सकती है। उक्त अवसर पर प्रमुख रूप से संजय तिवारी,संदीप सोनकर,भीम सोनकर, मनोज सोनकर,अर्जून सोनकर आदि उपस्थित रहे।