हाई गुणांक होने के बाद भी महिला अभ्यार्थी को नहीं मिली नियुक्ति , सुनिए उसका दर्द
जौनपुर। पिछले हफ्ते में हुई उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में अध्यापक भर्ती प्रक्रिया पर सवालियां निशान लग रहा है। जौनपुर की एक महिला अभ्यार्थी का आरोप है कि मेरे गुणांक से कम गुणांक वाले अभ्यार्थियों को नियुक्ति कर दिया गया और मुझे बाहर कर दिया। उसने साफ कहा कि कही मुझे यादव होने का दंश तो नही झेलना पड़ा है। इस अभ्यार्थी ने मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री और बेसिक शिक्षा मंत्री से गुहार लगायी है।
बीते 12 अक्टुबर को सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज ने उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69 हजार अध्यापक भर्ती के सापेक्ष 31 हजार 661 अभ्यार्थियों की लिस्ट जारी किया था। काउंसलिंग 14 और 15 अक्टुबर को करने के बाद 16 अक्टुबर को नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया। इस नियुक्ति में जौनपुर के 1523 अभ्यार्थियों को नियुक्ति पत्र मिला।
इस भर्ती प्रक्रिया पर जौनपुर की महिला अभ्यार्थी रूबी यादव ने सवालियां निशान लगा दिया है। उसका आरोप है कि मेरा सामान्य श्रेणी में गुणांक 72 ण्60 है इसके बाद भी मेरी े नियुक्ति नही की गयी जबकि मेरे निचे के गुणांक 71ण्87 तथा 71ण्79 गुणांक वाले अभ्यार्थियों को भर्ती किया गया क्या यादव होने के नाते भर्ती से बाहर किया गया है। इतना ही मेरे कैटगरी के 303 लोगो नियुक्ति किया है। मुझे क्यो भर्ती से बाहर किया गया। रूबी ने बताया कि जब 69 हजार की लिस्ट जारी हुआ था उसमें मुझे जौनपुर के लिए नियुक्ति किया गया था लेकिन इस बार मुझे बाहर कर दिया गया।
रूबी यादव जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर पर स्थित बक्शा थाना क्षेत्र की तड़सरा गांव की निवासी है। उसके पिता विरेन्द्र प्रसाद यादव किसान है। उन्होने खेतो में खून पसीना बहाकर अपने बेटी को पढ़ाया लिखाया था। रूबी गांव की पत्थरीली सड़को पर पैदल चलकर पढ़ाई पूरी की है।