पी०एच०डी० में प्रवेश के लिए इच्छुक छात्रों के साथ नहीं होने देंगे अन्याय : उद्देश्य सिंह
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जौनपुर। पीएचडी प्रवेश परीक्षा में परास्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम शैक्षणिक सत्र में अध्यनरत विद्यार्थियों को शोध पात्रता परीक्षा हेतु आवेदन करने की अनुमति प्रदान करने के संदर्भ में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक उद्देश्य सिंह व जिला एसएफडी संयोजक कौतुक उपाध्याय के नेतृत्व में पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल को ज्ञापन सौंपा।
जिला संयोजक उद्देश्य सिंह ने कहा कि कुछ छात्रों का परास्नातक में थीसिस (शोध कार्य) के कारण अभी तक परिणाम घोषित नहीं किया जा सका है ऐसे में ये छात्र आवेदन से वंचित होंगे जो कि उचित नहीं है।छात्रों के साथ किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।23 अक्टूबर को आवेदन की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है ऐसे में आवेदन तिथि को बढ़ाया जाना चाहिए।यदि उक्त विषय को विश्वविद्यालय प्रशासन संज्ञान में लेकर कोई निर्णय जल्द नहीं लेता है तक विद्यार्थी परिषद आंदोलन को बाध्य होगी।जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
कौतुक उपाध्याय ने कहा कि बगल के ही दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की शोध प्रवेश परीक्षा नियमावली के अनुसार भी अध्यनरत छात्रों को आवेदन करने की छूट है।इसके लिए उन्हें प्रवेश से पूर्व परीक्षा उत्तीर्ण कर अपेक्षित अर्हताएं पूरी करना आवश्यक है।
बता दें कि अधिकतर विश्विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों को आवेदन के लिए छूट प्रदान की गई है।परन्तु पूर्वांचल विश्वविद्यालय की नियमावली में ऐसा ना होना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।