सारी कवायद फेल, विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त
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जौनपुर। विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आंदोलन के पहले दिन ही नगर समेत जिले के अधिकांश इलाकों में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था ध्वस्त हो गई। व्यवसाइयों व आम नागरिकों को तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कार्यालय व दुकानों में लोगों को जेनरेटर चलाकर वैकल्पिक व्यवस्था करनी पड़ी। जिला अस्पताल की भी बिजली गुल हो गई है , जनरेटर के सहारे मरीजों का इलाज हो रहा है। जनता फोन बिजली विभाग से अधिक मीडिया के दफ्तरों में आने लगा है।
सोमवार से विद्युत कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। आंदोलन से निबटने के लिए जिला प्रशासन ने उपकेंद्रों पर फोर्स व मजिस्ट्रेटों की निगरानी में राजस्व कर्मियों और आइटीआइ के प्रशिक्षित युवाओं की तैनाती की थी, लेकिन सारी कवायद फेल दिखी। चाक-चौबंद तैयारी के बावजूद पहले ही दिन नगर समेत विभिन्न स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बाधित रही और लोग परेशान हो गए।
खेतासराय में दोपहर एक बजे तक विद्युत आपूर्ति रही। इसी दौरान बिजली अचानक गुल हो गई। विद्युत उपकेंद्र खेतासराय, और विद्युत उपकेंद्र सोंगर से जुड़े सभी गांवों के लोग बिजली के बगैर उमस भरी गर्मी से बिलबिला उठे . सरपतहां क्षेत्र के सुईंथाकला उपकेंद्र से सुबह नौ बजे से बिजली गायब है। वहीं महराजगंज क्षेत्र के सहोदर विद्युत उपकेंद्र एवं भटपुरा उपकेंद्र से जुड़े इलाकों में सुबह दस बजे से बिजली नहीं मिल रही है। मीरगंज क्षेत्र के उपकेंद्र जंघई व गोपालपुर से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति की जाती है। विद्युत कर्मियों के हड़ताल के चलते इलाकों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। इसके चलते लोगों को तमाम समस्याओं से जूझना पड़ा। शाहगंज के आजमगढ़ मार्ग स्थित एक लाख 32 हजार विद्युत उपकेंद्र पर उपनिरीक्षक शीतलु राम के नेतृत्व में एक प्लाटून पीएसी व आजमगढ़ बाई पास स्थित उपकेंद्र पर उपनिरीक्षक मंशाराम के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस तैनात रही। सुबह 11 बजे से क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप होने से भीषण गर्मी व पानी के लिए लोग परेशान हो गए।