मदरसा शिक्षकों का 6 माह से रूका वेतन, भुखमरी के कगार परः वहीदुल्लाह खान
बैठक की अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य आसिफ महबूब ने बताया कि व्यक्तिगत हितों की स्वार्थ पूर्ति न होने के कारण जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बिना किसी आधार के शिक्षक/शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है। वहीदुल्लाह खान सईदी ने कहा कि जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के अनुचित एवं अनैतिक हस्तक्षेप द्वारा दबाव बनाकर मदरसों के शिक्षकों शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का शोषण दोहन एवं उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट कमलाकर त्रिपाठी ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के निर्णय की विधिक समीक्षा करते हुए उक्त निर्णय को आधारहीन, विद्वेषपूर्ण एवं भ्रामक तथ्यों पर आधारित बताया। बैठक में तय किया गया कि विगत 6 माह से रोके गये भुगतान को बहाल करने के लिये एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर तथ्यों से अवगत करायेगा। श्री सईदी ने कहा कि एसोसिएशन मदरसा शिक्षकों के हितों की रक्षा हेतु सदैव कटिबद्ध है। आन्दोलन को मजबूती प्रदान करने के लिये संपूर्ण मंडल के शिक्षकों का सहयोग लिया जायेगा। इस मौके पर स्वालेह, साजिद, नौशाद, विनोद कुमार सिंह, सादिक अली, सफीउल्लाह, आरिफ, मोहम्मद अयूब, अबू लैस, राजनाथ यादव, नियाज अहमद आदि उपस्थित रहे।