तेज हवाओँ के साथ हुई बारिश ने मचायी तबाही, उखड़ गये पुराने पेड़
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जौनपुर। दो दिन उमसभरी गर्मी के बाद मंगलवार को अचानक तेज हवा के झोकों व गरज-चमक के साथ आधे घंटे तक झमाझम बारिश हुई। इस दौरान कई स्थानों पर छप्पर, टिनशेड उड़ गए। जगह-जगह पेड़ों के सड़कों पर गिरने से घंटों आवागमन बाधित रहा। वहीं तार व खंभों के टूटने से कई गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। वहीं मां-बेटी समेत छह लोग घायल हो गए। इस दौरान आम की फसलों को काफी क्षति हुई।
तेज हवा व बारिश के दौरान खुटहन थाना क्षेत्र के कैराडीह गांव में मालती देवी पत्नी भोला गौतम अपनी पुत्री कंचन के साथ रिहायशी छप्पर में बैठी थी। अचानक छप्पर की दीवार भरभराकर गिर गई। मलबे में मां और बेटी दब गई। शोरगुल होने पर पहुंचे ग्रामीण उन्हें बेहोशी की हालत में मलबे से बाहर निकाला। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष मधुप सिंह ने घायलों को अस्पताल भेजा। वहीं सौरइयां गांव निवासी सेवाशंकर यादव के छप्पर पर नीम का पेड़ गिर गया। उसमें बंधी एक गाय की दबकर मौत हो गई। इसी तरह मोजूपुर गांव निवासी अर्जुन यादव का रिहायशी छप्पर ढह गया। उसमें रखा अनाज, कपड़ा, बिस्तर समेत अन्य सामान भींगकर खराब हो गया। मलबे से अर्जुन यादव, सुमित्रा, चंद्रकला व पिकी यादव घायल हो गए। जिनका उपचार निजी चिकित्सक के यहां चल रहा है। इसी क्रम में शेखूपुर गांव निवासी सुबास यादव की कच्ची दीवार की पशुशाला भरभराकर धराशाई हो गया। उसमें बंधी एक पड़िया की मौत हो गई और एक अन्य मवेशी घायल हो गया। बदलापुर क्षेत्र के ऊदपुर गेल्हवा, तियरा, कुशहां, रारी, बदलापुर खुर्द आदि गांवों में बिजली के खंभे तेज हवा से गिर गए, जिसके चलते इन गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। एसडीओ रंजीत कुमार ने बताया कि आपूर्ति बहाल किए जाने का कार्य चल रहा है। मीरगंज क्षेत्र सहित आसपास के इलाकों में जमकर हुई बरसात की वजह से सड़कों पर पानी भर गया। जफराबाद क्षेत्र के महरूपुर गांव के पास वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर एक विशाल शीशम का पेड़ गिर पड़ा। संजोगवश कोई घटना नहीं हुई। पेड़ को हटवाने में पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी। इसके अलावा हौज के पास भी एक शीशम का पेड़ राजमार्ग पर गिर गया। उसको भी हटवाया गया। डेढ़ घंटे से ज्यादा राजमार्ग प्रभावित रहा। राजमार्ग पर पेड़ गिरने की वजह से लोग कजगाव मार्ग से आ जा रहे थे।