संघर्षो की भठ्ठी से दहकर शोला बनी उषा मौया, कड़ाके की ठण्ड में विपक्षियो को छूटने लगे पसीने
शायद इन मां बेटी पर प्रभु का भी आर्शीवाद है कि जब यह यात्रा धनेपुर चौराहे पर पहुंचा तो भगवान भष्कर ने अपनी आंखे खोल दिया। चंद मिनट पहले तक घने बादलो के बीच शीतलहर चल रही थी लेकिन जैसे यहां बीजेपी का कारवां धनेपुर चौराहे पर पहुंचा तो खिलकर धूप निकल आयी। जिसका परिणाम रहा कि उषा मौर्या के समर्थन आयी बुजुर्ग महिलाओं में जोश आ गया। सभी भाजपा के पक्ष जबदरस्त नारे बाजी करने लगी।
हलांकि पार्टी के कुछ मठाधीश अपनी शाख गिरने के भय से मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम केशव मौर्या को इस यात्रा में शामिल होने का षड़यंत्र करके उन्हे पुलिस लाइन से ले जाकर गेस्ट हाउस में रोक दिया। क्यो कि उन्हे यह डर था कि यह नजारा खुद डिप्टी सीएम देख लेते तो शायद उनके नजर में हवा हवाई नेताजी कद कम हो जाता।
तमाम लोगो से हुई बातचीत में यह पता चला कि सपा समेत अन्य पार्टियों से दावेदारी करने वाले प्रत्याशी उषा मौर्या से घबरा रहे। सभी को यह भय है कि यदि बीजेपी ने उषा को मैदान में उतार दिया तो लड़ाई काफी कठिन हो जायेगी।
