पांच हजार लोगों को प्रदान की मेडिसिन किट
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जौनपुर। जिले में 24 से 29 जनवरी तक चलाए गए सर्वे अभियान के दौरान 60 वर्ष से अधिक उम्र के जिन लोगों को कोविड टीके की पहली डोज नहीं लगी थी, उन्हें चिह्नित किया गया। अभियान के अंतर्गत नियमित टीकाकरण से छूटी गर्भवती तथा दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों की ड्यूलिस्ट बनाई गई तथा कोविड के लक्षणयुक्त व्यक्तियों को चिह्नित किया गया। इसके साथ ही कोविड मेडिसिन किट का वितरण किया गया।
अभियान के नोडल अधिकारी डॉ डीपी यादव ने बताया कि अभियान का उद्देश्य समुदाय से लक्षणयुक्त लोगों को चिह्नित कर उनकी सैम्पलिंग कराना तथा तत्काल मेडिसिन किट उपलब्ध कराना था ताकि कोविड संक्रमण को रोका जा सके। अभियान के माध्यम से नियमित टीकाकरण से वंचित गर्भवती को चिह्नित कर ड्यूलिस्ट में शामिल की किया गया। ऐसे ही दो वर्ष तक के ऐसे बच्चे चिह्नित किए गए जिनका कोई टीका छूट गया था, जिससे उन्हें टीका लगाया जा सके।
अभियान के अंतर्गत 60 वर्ष से ऊपर के 9,132 लोग जिन्हें किसी विशेष कारणवश कोविड टीके की एक भी डोज नहीं लगी है, उनकी सूची बनाकर टीकाकरण कराया जा रहा है । इसके साथ ही अगले माह चलने वाले मिशन इन्द्र धनुष अभियान में छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण कराकर शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।
ईपीडिमियोलाजिस्ट डॉ जिया-उल-हक ने बताया कि पांच दिन तक चले अभियान के दौरान 5,095 लक्षण युक्त लोगों की खोज की गई और 5,143 लोगों को मेडिकल किट बांटी गई। 2,134 बुखार के तथा 3,011 सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों की भी पहचान हुई।
डॉ जिया-उल-हक ने बताया कि इस दौरान जो भी लक्षणयुक्त दिखे उनकी थर्मल स्कैनिंग की गई। इसके साथ ही लक्षणयुक्त लोगों को उनकी उम्र के अनुसार मेडिसिन किट दी गई। मेडिसिन किट पांच वर्ष तक, छह से 12 वर्ष तक, 12 से 18 वर्ष तक तथा 18 वर्ष से अधिक उम्र वालों के लिए अलग-अलग थी। इस कार्य में कुल 1,241 टीमें तथा 418 सुपरवाइजर लगाए गए थे। अभियान के तहत कुल 2,496 कर्मचारियों ने लोगों के घर-घर दस्तक दी। इन टीमों ने 6,39,504 घरों का भ्रमण किया।