अक्षय तृतीया पर बाल विवाह नहीं होने देंगे
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जौनपुर। जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार के नेतृत्व में सोमवार को बाल कल्याण समिति की बैठक हुई। इसमें लोगों ने बाल विवाह की रोकथाम के बारे में विचार-विमर्श किया साथ ही शपथ ली कि इस अक्षय तृतीया पर न बाल विवाह होने देंगे और न ही उसमें भागीदारी बनेंगे। हर गांव, ब्लाक और जनपद को बाल विवाह से मुक्त रखेंगे। इस दौरान बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के सभी प्रावधानों के बारे में बताते हुए लोगों को जागरूक किया गया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने आर्थिक पिछड़ेपन को बाल विवाह के कारणों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि अक्सर गरीबी के कारण भी गांवों में बाल विवाह कर दिए जाते हैं। ऐसे लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं हो पाती और वह अपनी बच्चियों की कम उम्र में शादी कर देते हैं।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अशोक मिश्रा ने कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है। ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे उस व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक विकास अवरुद्ध हो जाता है। निर्भय ट्रस्ट की शोभना ने गांवों में जाकर बाल विवाह से होने वाली परेशानियों के बारे में लोगों को बताकर कुछ हद तक बाल विवाह में कमी लाई जा सकने की बात कही।
अतुल्य वेलफेयर ट्रस्ट की उर्वशी का कहना था कि बाल विवाह होने के कारण ही अक्सर बच्चियां जल्दी घरेलू हिंसा की शिकार हो जाती हैं।
बैठक को विधि सह परिवीक्षाधिकारी मुरलीधर गिरि, महिला कल्याण अधिकारी नीता वर्मा, जिला समन्वयक प्रतिभा सिंह व बबिता, ज्योतिका श्रीवास्तव, उर्मिला, श्रीदेवी, विनय कुमार सिंह, माधुरी गुप्ता, संजय उपाध्याय आदि ने भी संबोधित किया।