सर्टिफिकेट के लिए पैसे लिए जाने का आरोप लगाने वाला मुकरा
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जौनपुर। पैसा लेकर दिव्यांगजन सर्टीफिकेट बनाने की शिकायत मिलने पर मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने अधिकारियों-कर्मचारियों से पूछताछ के बाद आरोप लगाने वाले से सम्पर्क किया लेकिन वह आरोप से मुकर गया।
मामला सोमवार दिन में 12 से एक बजे के करीब का है।
सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोनकर पैसा लेकर विकलांग सर्टिफिकेट बनाये जाने की शिकायत की। शिकायत सुनते ही सीएमओ मौके पर पहुंच गईं। उन्होंने विकलांग बोर्ड के अध्यक्ष अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एससी वर्मा से पूछा यहां पर पैसे लेकर विकलांग सर्टिफिकेट बन रहा है। डॉ एससी वर्मा ने कहा कि मैं तो विकलांग सर्टीफिकेट बनाए जाने वाले दिन लाभार्थियों को बार-बार चेतावनी जारी कराता रहता हूं कि आप लोग किसी दलाल के चक्कर में न पड़िये। अपना काम स्वयं करवाइये। यहां सर्टिफिकेट बनवाने के पैसे नहीं लिए जाते। इस पर उन्होंने मेडिकल बोर्ड के एक-एक पटल पर बैठे कर्मचारियों से इस बारे में पूछताछ की। सभी ने आरोपों को नकार दिया। इसके बाद उन्होंने शिकायत करने वाले नम्बर पर सम्पर्क किया तो उसने कहा कि मेरे परिचित ने मुझे ऐसा बताया। सीएमओ ने आरोप लगाने वाले को अपने उस परिचित को बुलाने के लिए कहा जिससे इस बात का पता चल सके कि कौन पैसे की मांग करता है जिससे उसके ऊपर कार्रवाई की जा सके। शिकायतकर्ता उसे बुलाने की लिए भी तैयार नहीं हुआ। लोगों से बातचीत में पता चला कि शिकायतकर्ता विकलांग है और दूसरों का सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आता रहता है। किसी न किसी बात पर धौंस जमाता रहता है। बावजूद इसके सीएमओ ने एक-एक कर्मचारियों को शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर को कार्यालय पर चौनल गेट लगवाने, सोमवार के दिन पानी की व्यवस्था कराने और पंखे की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया।