सत्संग भजन एवं भण्डारा का हुआ आयोजन
यजन, याजन, ईष्टभृत्ति कर ले काटे महाभित्ति पर वक्ताओं ने कहा कि इस तीन सूत्रीय मार्ग को अपनाकर अपना जीवन धन्य बनाया जा सकता है। इस सत्संग का असली सूत्र है। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज समाज में अनेक समस्याएं और बुराइयां देखी जा रही हैं। वक्ताओं को सुनने पर विश्वास हुआ कि ठाकुर जी की दी गयी शिक्षा पर चलते हुए सभी समस्याओं से मुक्ति पाया जा सकता है। धर्म सभा को गाजीपुर के श्याम नारायण सिंह, प्रयागराज के भुवाल विश्वकर्मा, काशी के राधेश्याम, काली प्रसाद सिंह एडवोकेट, डा0 निलेश श्रीवास्तव ने सम्बोधित करते हुए ठाकुर जी के अनेक प्रेरणादायी प्रसंग की चर्चा की जिसे सुनकर लोग भाव—विभोर हो गये। इस अवसर पर गोपाल श्रीवास्तव, इन्द्रजीत, कमला सिंह, राजेन्द्र यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन करते हुये डा0 निलेश श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया।