बसुही नदी को जीवंत बनाने का भगीरथ प्रयास युद्ध स्तर पर जारी
वर्ष 2020 की बारिश में बाढ़ आने पर तत्कालीन जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने इन बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया था और जल जमाव के कारण बाढ़ की समस्या का स्थायी हल निकालने का आश्वासन दिया था लेकिन 2021 की बारिश में भी बाढ़ की इसी समस्या की पुनरावृत्ति हुई। जिस पर ग्राम प्रधान बामी श्रीमती सरोज सिंह के पति शैलेंद्र सिंह के अनुरोध तत्कालीन उपजिलाधिकारी मछलीशहर राजेश कुमार वर्मा ने क्रेन भेजकर बंधवा बाजार के पुल के मुहाने के झाड़ झंखाड को दो दिन की कड़ी मशक्कत के बाद साफ कराया था।तब जाकर किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर फसल बाढ़ से बच सकी थी।
वर्ष 2022 में बारिश ही कम हुई जिस कारण बाढ़ की पुनरावृत्ति नहीं हुई।इस वर्ष बारिश से पूर्व ही अब जबकि बंधवा बाजार के पश्चिमी दिशा के गांवों में नदी की सिल्ट सफाई का कार्य किया जा चुका है और वर्तमान में विकास खंड मछलीशहर के सेमरहो, रामगढ़,बामी, बरांवा,अदारी, तिलौरा, करौरा, ऊंचडीह आदि ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत नदी किनारे तट बंध का निर्माण कार्य प्राथमिकता के तौर पर जारी है।यह विकास खंड मछलीशहर के ही बसुही नदी किनारे का दृश्य जहां मजदूर तट बंध पर कार्य करके दोपहर में घर वापसी कर रहे हैं।
नदी की सफाई होने से अब पानी का खिंचाव तेज होने की संभावना है जिस कारण बाढ़ की समस्या से निजात मिलने की सम्भावना है साथ ही तट बंध का निर्माण होने से पानी जो सीधे नदी में आ जाता था वह अब रुक कर आयेगा जिससे भूमि गत जल स्तर ऊंचा उठने की आशा की जा सकती है साथ ही साथ इस वर्ष जुलाई में नदी के इस तट बंध पर वृक्षारोपण की भी कार्ययोजना है। जिससे नदी किनारे के गांवों का हरित क्षेत्र का दायरा बढ़ने की उम्मीद है।