एक अध्यापिका और 107 छात्र मिले नदारत , बीएसए ने रोका प्रधानाध्यापिका का वेतन
https://www.shirazehind.com/2023/08/107.html
जौनपुर। बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल ने शनिवार को पूर्व प्राथमिक विद्यालय बबुरा, वि0क्षे0-बदलापुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। एक अध्यापिका और 107 छात्र नदारत मिले। इसके अलावा कई खामियां मिलने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापिका सपना सिंह का अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय के अध्यापक उपस्थिति पंजिका के अवलोकन से ज्ञात हुआ कि विद्यालय में कार्यरत सहायक अध्यापिका सपना देवी अनाधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के विद्यालय पर अनुपस्थित हैं एवं श्रीमती भूमिका त्रिपाठी सहायक अध्यापिका आकस्मिक अवकाश पर हैं। विद्यालय में कार्यरत अन्य समस्त शैक्षणिक कर्मचारी विद्यालय पर उपस्थित पाये गये। विद्यालय में कुल नामांकित छात्र संख्या 129 के सापेक्ष सिर्फ 22 छात्र उपस्थित पाये गये। विद्यालय की छात्र उपस्थित पंजिका के अवलोकन मे अनुपस्थित छात्रों की अनुपस्थित पंजिका में अद्यतन नहीं की गयी प्राप्त हुयी।
शासन द्वारा विद्यालय को गत शैक्षिक सत्र 2022-23 में प्राप्त कुल 50000 के आय व्यय का विवरण विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापिका संगीता सिंह द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा सका। निरीक्षण में विद्यालय प्रांगण बहुत ही गन्दा पाया गया। विद्यालय में छात्रों हेतु खेल-कूद सामग्री उपलब्ध पायी गयी, परन्तु सामग्री के अवलोकन से प्रतीत हुआ कि खेल-कूद सामग्री का उपयोग छात्रों द्वारा निरन्तर नहीं किया जा रहा है। मल्टीपल हैण्डवास टूटे हुये पाये गये।
निरीक्षण में विद्यालय का भौतिक एवं शैक्षणिक पर्यावरण शिक्षण अनुकूल प्राप्त नहीं हुआ। प्रांगण मे अवस्थित एक कक्षा जर्जर प्रतीत होने पर प्रधानाध्यापिका को जर्जर भवन में कक्षा संचालन तत्काल बंद करने एवं प्राविधानित व्यवस्था मे अनुक्रम में आवश्यक कार्यवाही करते हुये जर्जर भवन को तत्काल ध्वस्त कराने हेतु मौके पर ही निर्देशित किया गया।
प्रधानमंत्री पोषण अभियान के अंतर्गत विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना हुआ नहीं प्राप्त हुआ। विद्यालय की मध्यान्ह भोजन पंजिका अद्यतन नहीं प्राप्त हुई।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे प्राप्त अनियमितता के दृष्टिगत विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं कार्यरत शिक्षकों द्वारा उ0प्र0 शासन के पत्र द्वारा टाइम एण्ड मोशन स्टडी के आधार पर शिक्षकों को विद्यालय अवधि एवं कार्य निर्धारण का अनुपालन प्राविधानित व्यवस्था के अनुरूप नहीं किया जा रहा है, विद्यालय मे कार्यरत शैक्षणिक कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा यह कृत्य उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के सर्वथा विपरीत है। अतएव उक्त के क्रम मे विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सपना सिंह का अग्रिम आदेश तक व सहायक अध्यापिका सपना देवी द्वारा अनाधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के विद्यालय पर अनुपस्थित रहनें के कारण निरीक्षण तिथि का वेतन अवरूद्ध करते हुये निर्देशित किया गया कि विद्यालय में प्राप्त कमियों में सुधार करते हुये साक्ष्यों सहित अपना स्पष्टीकरण सम्बंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में उपस्थित समस्त शैक्षणिक कर्मचारियों को छात्रों के अधिगम स्तर मे वृद्धि लाने, निपुण लक्ष्य प्राप्त करनें व विद्यालय प्रांगण एवं रसोईघर की साफ-सफाई एवं विद्यालय मे अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के उपस्थित एवं ठहराव मे वृद्धि करने तथा शासन द्वारा संचालिय योजनाओं यथा-यू-डायस़, डी0बी0टी0 आदि को ससमय पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
शासन द्वारा विद्यालय को गत शैक्षिक सत्र 2022-23 में प्राप्त कुल 50000 के आय व्यय का विवरण विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापिका संगीता सिंह द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा सका। निरीक्षण में विद्यालय प्रांगण बहुत ही गन्दा पाया गया। विद्यालय में छात्रों हेतु खेल-कूद सामग्री उपलब्ध पायी गयी, परन्तु सामग्री के अवलोकन से प्रतीत हुआ कि खेल-कूद सामग्री का उपयोग छात्रों द्वारा निरन्तर नहीं किया जा रहा है। मल्टीपल हैण्डवास टूटे हुये पाये गये।
निरीक्षण में विद्यालय का भौतिक एवं शैक्षणिक पर्यावरण शिक्षण अनुकूल प्राप्त नहीं हुआ। प्रांगण मे अवस्थित एक कक्षा जर्जर प्रतीत होने पर प्रधानाध्यापिका को जर्जर भवन में कक्षा संचालन तत्काल बंद करने एवं प्राविधानित व्यवस्था मे अनुक्रम में आवश्यक कार्यवाही करते हुये जर्जर भवन को तत्काल ध्वस्त कराने हेतु मौके पर ही निर्देशित किया गया।
प्रधानमंत्री पोषण अभियान के अंतर्गत विद्यालय मे मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुसार बना हुआ नहीं प्राप्त हुआ। विद्यालय की मध्यान्ह भोजन पंजिका अद्यतन नहीं प्राप्त हुई।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय मे प्राप्त अनियमितता के दृष्टिगत विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एवं कार्यरत शिक्षकों द्वारा उ0प्र0 शासन के पत्र द्वारा टाइम एण्ड मोशन स्टडी के आधार पर शिक्षकों को विद्यालय अवधि एवं कार्य निर्धारण का अनुपालन प्राविधानित व्यवस्था के अनुरूप नहीं किया जा रहा है, विद्यालय मे कार्यरत शैक्षणिक कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा यह कृत्य उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 के सर्वथा विपरीत है। अतएव उक्त के क्रम मे विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सपना सिंह का अग्रिम आदेश तक व सहायक अध्यापिका सपना देवी द्वारा अनाधिकृत रूप से बिना किसी पूर्व सूचना के विद्यालय पर अनुपस्थित रहनें के कारण निरीक्षण तिथि का वेतन अवरूद्ध करते हुये निर्देशित किया गया कि विद्यालय में प्राप्त कमियों में सुधार करते हुये साक्ष्यों सहित अपना स्पष्टीकरण सम्बंधित खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में उपस्थित समस्त शैक्षणिक कर्मचारियों को छात्रों के अधिगम स्तर मे वृद्धि लाने, निपुण लक्ष्य प्राप्त करनें व विद्यालय प्रांगण एवं रसोईघर की साफ-सफाई एवं विद्यालय मे अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के उपस्थित एवं ठहराव मे वृद्धि करने तथा शासन द्वारा संचालिय योजनाओं यथा-यू-डायस़, डी0बी0टी0 आदि को ससमय पूर्ण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।