शिव स्तुति के साथ किया गया श्रीराम का राज्याभिषेक
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चौकियां धाम, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में चल रहे मानस मास परायण महायज्ञ कथा प्रवचन का समापन बुधवार को हो गया। श्रीराम कथा प्रवचन के 29वें दिन वाराणसी से पधारे विद्वान कथा वक्ता डा. मदन मोहन मिश्र ने उत्तर कांड का वर्णन करते हुए बताया कि सीता, लक्ष्मण और समस्त वानर सेना के साथ श्रीराम अयोध्या वापस पहुँचे। अयोध्यावासियों ने पूरे अयोध्या धाम में घर घर दीप जलाकर पुष्प वर्षा कर श्रीराम का भव्य स्वागत किया। भरत के साथ सर्वजनों में आनन्द व्याप्त हो गया। वेदों और शिव की स्तुति के साथ श्रीराम का राज्याभिषेक हुआ। इसके बाद वानरों समेत आए सभी लोगों को विदाई दी गई। राम ने प्रजा को धर्म, सत्कर्म का उपदेश दिया और रामराज्य एक आदर्श बन गया। कथा वाचक डा अखिलेश चंद्र पाठक ने सुंदर कांड पाठ का वर्णन करते हुए बताया कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सुंदर कांड का पाठ मंगलवार और शनिवार को करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस पाठ को प्रतिदिन भी किया जा सकता है। आध्यात्मिक रूप से अगर आप सुंदर कांड का पाठ करते हैं तो इसके लिए प्रातः काल 4 से 6 बजे तक यानी ब्रह्म मुहूर्त में पाठ सर्वोत्तम माना गया है। रामचरित मानस के बालकांड में भगवान विष्णु के रामावतार का कारण और भगवान की लीला का उद्देश्य समझाते हुए यहां भगवान शिव कहते हैं- कोई भी इस भ्रम में न रहे कि वह सर्वज्ञानी है या कोई हमेशा मूर्ख ही रहेगा। भगवान की जब जैसी इच्छा होती है तब वह प्रत्येक प्राणी को वैसा बना देते हैं, इसलिए कभी किसी चीज का अहंकार नहीं करना चाहिए जो अहंकार करते हैं। वह समाज में कभी आगे नहीं बढ़ पाते। इस अवसर पर शिवासरे गिरी, सुरेंद्र गिरी, मदन साहू, अमरनाथ वर्मा, राधेश्याम मौर्य, मनोज मौर्य, बहादुर सोनकर, अजीत गिरी, सावन त्रिपाठी, गुड्डू पंडित, अनिल साहू, पूजा साहू, शिवानी साहू समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।