राजनीति पर भारी नेताजी तो अमर हो गए ऐसी खेली पारी
"ना नफरतों मे ठेलों और ना फसादी बनों, अगर समाज है प्यारा समाजवादी बनों"
"देश वासियों से जो भी कहा मुलायम ने वादये वफा पुरा वो किया मुलायम ने"
" सन उनतालीस में उतरा था आसमान से तारा, सैफई की पावन धरती का था वह राज दुलारा, नाम मुलायम आज भी अहमद राजनीति पर भारी नेताजी तो अमर हो गए ऐसी खेली पारी"।
वहीं नेताओं ने अपने संम्बोधन मे नेताजी के जीवनी पर चर्चा करते हुए कहा नेता जी कहते थे समाजवादी पार्टी ऐसा समाज बनाना चाहती हैं जो किसी की कृपा पर न रहें अपने पैरों पर खडा हो किसी के सामने उसे कभी सर और हाथ ना फैलाना पडे़ और ना सर झुकना पडे़ ये समाजवादी का कार्य है समाजवादी पार्टी एक आंदोलन है एक आँधी है एक सैलाब है जो इस देश के एकता अंखडता में अवरोध पैदा करेगा उसे जड़ मूड से उखाड़ फेंकने का काम करेगी उसका नाम समाजवादी पार्टी हैं । जंयती के अवसर पर मुख्य रूप से विधायक तूफानी सरोज, लल्लन प्रसाद यादव, लालबहादुर यादव, राजबहादुर यादव, राकेश मौर्या लालचंद यादव, रुक्सार अहमद, राहुल त्रिपाठी,हिरालाल विश्कर्मा,राममूर्ति सरोज राजेन्द्र टाइगर, संजय राजभर,श्रवण जयसवाल, इर्शाद मंसूरी,भगौती सरोज,अनील दूबे गामा सोनकर, सुभाष पाल,डां जंगबहादुर यादव, नन्नलाल यादव, विनय यादव,राम इकबाल, रामू मौर्या, घनश्याम यादव,प्रवीण सरोज,श्याम नरायन बिन्द,डां विनोद शर्मा अनवारुल गुड्डू,शिवजीत समाजवादी, गुड्डू सोनकर,शर्मिला यादव,शकील मंसूरी, कमालुद्दीन अंसारी तारा त्रिपाठी, सीमा खान, मालती निषाद, अन्नपूर्णा देववंशी,रूबी बिन्द, सोनी सेठ,अखिलेश यादव,संचालन निवर्तमान महासचिव अखड प्रताप यादव ने किया।