दिव्य युगल के सान्निध्य में 45 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
जौनपुर। निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता के पावन सान्निध्य में नागपुर में 57वें निरंकारी संत समागम के स्थल पर आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 45 युगल परिणय सूत्र में बंधे।
यह जानकारी स्थानीय मीडिया सहायक उदय नारायण जायसवाल ने देते हुए बताया कि नव विवाहित वर-वधूओं को सतगुरु माता ने गृहस्थ जीवन को भक्ति के साथ जीने का आशीर्वाद प्रदान किया तथा निरंकारी पद्धति द्वारा सादे विवाह को अपनाने के लिए उनके परिवारों का अभिनंदन करते हुए बधाई दिया। श्री जायसवाल ने बताया कि उक्त सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पारम्परिक जयमाला के साथ निरंकारी विवाह का विशेष चिन्ह सांझा हार भी प्रत्येक जोड़े को मिशन के प्रतिनिधियों ने पहनाया। उक्त अवसर पर महाराष्ट्र के अतिरिक्त भारत के विभिन्न राज्यों से कुल 45 युगल सम्मिलित हुए जिनमें तमाम राज्यों के वर-वधूओं का समावेश था। श्री जायसवाल ने बताया कि नि:संदेह सादा शादियों का यह अलौकिक दृश्य जाति, वर्ण की विषमता को मिटाकर एकत्व का सुंदर संदेश प्रस्तुत कर रहा था जो निरंकारी मिशन का संदेश भी है।