महापुरूषों के इतिहास को सही रूप में पुनर्लेखन की जरूरतः डा. राजीव
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सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के इतिहास के प्रोफेसर एवं विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजीव गुरु जी ने सोमवार को शिक्षकों के साथ अनौपचारिक मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश तभी मजबूत होगा जबकि यहां के लोगों के बीच आपसी सद्भाव और सामाजिक समरसता हो। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर भारत की एक सांस्कृतिक पहचान बनी है। पूरा विश्व प्राण प्रतिष्ठा के लाइव को सकारात्मक रूप में देखा। किसी भी देश में विरोध में कोई टिप्पणी नहीं दी। इसका मुख्य कारण देश के नेतृत्वकर्ता का मजबूत होना है। बतौर इतिहास के प्रोफेसर उन्होंने कहा कि देश के महापुरुषों के इतिहास को सही रूप में पुनर्लेखन की जरूरत है। हमारे महापुरुषों के बारे में कई महत्वपूर्ण चीज छिपाई गई है। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म समभाव हमारा उद्देश्य है। हम सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चलने के पक्ष में है। हिंदू का मतलब ही होता है हीन भावनाओं से दूर। उन्होंने देश के सांस्कृतिक विरासतों के बारे में विस्तार से चर्चा किया। इस अवसर पर प्रो. प्रदीप कुमार, डा. जान्हवी श्रीवास्तव, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।