हमले में मारे गए माफिया भाइयों की एक और करतूत का हुआ खुलासा

 अतीक-अशरफ ने सफाईकर्मी के नाम लिखाई थी करोड़ों की जमीन

अतरसुइया थाने में दर्ज हुआ मामला

माफिया भाइयों के चार गुर्गे किए गए नामजद

प्रयागराज। माफिया अतीक व उसके भाई अशरफ की एक और बेनामी संपत्ति का खुलासा हुआ है। पुलिस को एक और शख्स मिला है जिसके नाम पर माफिया भाइयों ने अपने गुगों के जरिए करोड़ों की जमीन गुंडई से लिखवा ली। बताया जा रहा है कि सफाईकर्मी का काम करने वाले इस शख्स ने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई है जिसके बाद उसकी तहरीर पर माफिया अतीक के चार गुगों के खिलाफ नामजद और अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रयागराज के अतरसुइया थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।


बताया जा रहा है कि गंगानगर के नवाबगंज थाना क्षेत्र के कोराली निवासी श्याम जी सरोज ने पुलिस को बताया कि वह अनपढ़ है। पिछले करीब 15 साल से करेली के रहने वाले जावेद खान और कामरान अहमद खान पुत्र सरदार अहमद खान व फराज अहमद खान पुत्र शहनाज खान के यहां सफाई करने का काम करता था। आरोप है कि चारों ने माफिया अतीक अहमद अहमद और उसके भाई अशरफ के नाम पर डरा धमका कर उसके नाम पर जनपद में कई स्थानों पर जमीनों की रजिस्ट्री जबरदस्ती गुंडई से करा दी। इसमें इन तीनों के साथ उनका एक और साथी भी शामिल था।


उसने पुलिस को बताया है कि जिस समय यह पूरा खेल किया गया, चारों ने उसका अपहरण कर चौक इलाके में एक होटल में जबरदस्ती बंद कर रखा था। वहीं से उसे गाड़ी में ले जाते थे और कागजों पर हस्ताक्षर कराकर जबरन उसके नाम पर रजिस्ट्री कराते थे फिर वापिस लाकर उसे होटल के एक कमरे में बंद कर देते थे। बैंक भी ले जाते थे और कुछ कागजों पर जबरदस्ती हस्ताक्षर भी कराते थे। उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड बैंक के कागज़ भी अपने पास रखते थे। ये भी कहा जा रहा है कि अतीक और अशरफ के मरने के बाद जावेद, कामरान, फराज व कुछ अज्ञात व्यक्ति जो अपने आप को माफिया के खास आदमी बताते हैं उन सबने उसे अगवा कर होटल के कमरे में बंद कर मारपीट की और साथ ही जान से मारने की धमकी देते हुए अतीक व अशरफ की बेनामी संपति बेचने के लिए दवाब भी बनाया। डीसीपी दीपक भूकर के मुताबिक फिलहाल पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस लगातार माफिया भाईयों के गुर्गों को तलाश रही है क्योंकि अतीक की इनामी पत्नी शाइस्ता परवीन और उसके भाई अशरफ की पत्नी जैनब उमेशपाल हत्याकांड के बाद से फरार चल रही है। 15 अप्रैल को हमले में मारे गए माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ की मौत हुई एक साल पूरा हो रहा है। वहीं उमेशपाल हत्याकांड के एक साल बीत जाने के बाद इस हत्याकांड में शामिल पांच लाख के इनामी शूटर अरमान, साबिर और गुड्डू मुस्लिम पुलिस की गिरफ्त से अभी तक बाहर है। यहीं नहीं माफिया अतीक की पत्नी पचास हजार की इनामी शाइस्ता परवीन, अशरफ की पत्नी 25000 की इनामी जैनब और अतीक की बहन 25000 की इनामी आईशा नूरी भी फरार चल रही है।

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