काशिका चौरसिया ने 93% अंक लाकर विद्यालय में बनीं टॉपर
मंगलवार को सीबीएसई बोर्ड द्वारा परीक्षा परिणाम घोषित किया गया, जिसमें काशिका की इस उपलब्धि की जानकारी मिलते ही विद्यालय, परिवार और शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई। स्कूल प्रशासन और शिक्षकों ने भी उनकी सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
काशिका के पिता संजीव चौरसिया एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जबकि माता माया चौरसिया एक समर्पित शिक्षिका हैं। एक शिक्षित और सुसंस्कारित परिवार से आने वाली काशिका शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रही हैं। उनकी यह सफलता न केवल उनके परिश्रम का परिणाम है, बल्कि माता-पिता और शिक्षकों के मार्गदर्शन व प्रोत्साहन का भी साकार रूप है।
काशिका की भविष्य की योजना भी स्पष्ट और प्रेरणादायक है। वे डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना चाहती हैं। उनका कहना है कि वे मानवता की सेवा को ही अपने जीवन का उद्देश्य मानती हैं और इसी दिशा में निरंतर मेहनत कर रही हैं।
काशिका ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और ईश्वर की कृपा को देते हुए कहा कि “नियमित पढ़ाई, अनुशासन और सकारात्मक सोच से कोई भी लक्ष्य पाया जा सकता है।” उन्होंने आने वाले छात्रों को भी लगन और समर्पण के साथ पढ़ाई करने की सलाह दी।
काशिका की इस उपलब्धि से विद्यालय प्रबंधन बेहद गौरवान्वित है और उन्होंने आशा जताई है कि भविष्य में भी छात्र-छात्राएं इसी तरह उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे।
यह उपलब्धि न केवल काशिका के परिवार के लिए बल्कि पूरे जनपद के लिए गर्व की बात है। समाज में ऐसे होनहार बच्चों की सफलता निश्चित ही औरों को भी प्रेरित करती है।