शैक्षिक गुणवत्ता सुधार की दिशा में ठोस पहल
डायट सभागार में हुई ‘कक्षा परियोजना नेतृत्व’ की मासिक बैठक
जौनपुर। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल की उपस्थिति में डायट सभागार में कक्षा परियोजना नेतृत्व की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उप शिक्षा निदेशक एवं डायट प्राचार्य ने की।इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों, खंड शिक्षा अधिकारियों, डायट मेंटर, समन्वयकों, एसआरजी/एआरपी, डीसी प्रशिक्षण, ब्लॉक स्तरीय प्रतिनिधियों और संकुल स्तरीय शिक्षकों ने सक्रिय भागीदारी की। बैठक का मुख्य उद्देश्य मई माह में संचालित शैक्षिक कार्यक्रमों और अभियानों की प्रगति की समीक्षा करना तथा भविष्य की रणनीति तय करना था।
शैक्षिक निरीक्षणों की समीक्षा
बैठक में मई माह के दौरान विद्यालयों में हुए शैक्षिक निरीक्षण और सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। अधिकारियों ने नियमित निरीक्षणों को शैक्षिक गुणवत्ता सुधार का महत्वपूर्ण आधार मानते हुए इसे लगातार बनाए रखने पर बल दिया।
संकुल स्तरीय बैठकों से मिल रहा शिक्षक संवाद को बढ़ावा
संकुल स्तरीय मासिक बैठकों में शिक्षकों द्वारा किए गए नवाचारों और शिक्षण कार्यों की समीक्षा करते हुए बताया गया कि शिक्षक आपसी संवाद एवं सहयोग के माध्यम से अपनी शिक्षण शैली को अधिक प्रभावशाली बना रहे हैं। यह प्रक्रिया शिक्षकों की पेशेवर वृद्धि और शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार ला रही है।
‘स्कूल चलो अभियान’ पर विशेष चर्चा
बैठक में ‘स्कूल चलो अभियान’ की प्रगति पर भी विस्तार से चर्चा हुई। आउट-ऑफ-स्कूल बच्चों की पहचान कर उनका नामांकन सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों को सराहा गया। डॉ. पटेल ने कहा,
“यह अभियान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी है कि हम हर बच्चे को विद्यालय तक पहुँचाएं।”
शैक्षिक नवाचार और तकनीकी संसाधनों पर जोर
बैठक में ‘निपुण भारत मिशन’, ‘समर कैंप’, ‘स्मार्ट क्लास’, ‘पीएम विद्या चैनल’, ‘दीक्षा ऐप’ जैसी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। विशेष रूप से बच्चों की भाषा एवं गणितीय दक्षताओं को बढ़ाने के लिए निपुण भारत मिशन की रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दिया गया।
प्रशिक्षण की गुणवत्ता एवं डिजिटल लर्निंग पर चर्चा
प्रशिक्षणों की गुणवत्ता को व्यवहारिक एवं परिणामोन्मुख बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए अधिकारियों ने कहा कि प्रशिक्षण केवल औपचारिक न रहकर उपयोगी एवं क्रियाशील होना चाहिए। साथ ही, डिजिटल लर्निंग टूल्स और स्मार्ट क्लास की प्रभावी पहुंच विद्यालय स्तर तक सुनिश्चित करने पर भी चर्चा हुई।
भविष्य की रणनीतियों पर बनी सहमति
यह बैठक केवल समीक्षात्मक न होकर भविष्य की दिशा तय करने वाली रही। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनका उद्देश्य शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार और मिशन निपुण भारत को सफल बनाना है।
डॉ. गोरखनाथ पटेल ने सभी अधिकारियों और शिक्षकों को उनके दायित्वों की याद दिलाते हुए कहा,
“शिक्षा विभाग का हर सदस्य निपुण भारत मिशन की सफलता में एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है। हम सबका सामूहिक प्रयास ही इस मिशन को सफल बनाएगा।”
समापन
बैठक का कुशल संचालन प्रवक्ता श्री वरुण यादव ने किया। समापन पर सभी प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के लिए पूर्ण निष्ठा से कार्य करते रहेंगे और ‘निपुण भारत’ के लक्ष्य को शीघ्र साकार करेंगे।
रिपोर्ट: जनसंपर्क कार्यालय, जौनपुर