विद्यालय ग्रांट अनियमित के आरोप में प्रधानाध्यापक निलम्बित
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बीईओ के निरीक्षण के बाद दिखा लापरवाही का मामला
रिपोर्ट प्रेषित के बाद बीएसए ने की कार्यवाहीधर्मापुर, जौनपुर। स्थानीय विकास खंड के कंपोजिट विद्यालय मंगरावा में निरीक्षण के दौरान विद्यालय के ग्रांट की अनियमितता पाए जाने पर बीएसए द्वारा विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अमरनाथ यादव को निलंबित कर दिया गया।
बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारी धर्मापुर राजेश वैश्य द्वारा 28 अप्रैल को सुबह 10 बजे कंपोजिट विद्यालय मंगरावां का औचक निरीक्षण किया गया था। इस दौरान पाया गया था कि विद्यालय की रंगाई पुताई कई वर्षों से नहीं हुई थी। 2024-25 में प्रेषित कंपोजिट ग्रांट के धनराशि का विद्यालय में कोई भी उपयोग नहीं किया गया था जबकि शैक्षिक सत्र समाप्त हुए 27 दिन व्यतीत हो चुका था। पूर्व के वर्षों में भी कंपोजिट ग्रांट की धनराशि का विद्यालय में सदुपयोग नहीं हुआ था।
विद्यालय के आंतरिक व बाहरी कक्षा में टीएलएम बाल अधिकार मध्यान भोजन का मीनू इत्यादि का किया गया पेंट भी अत्यधिक पुराना पाया गया था। प्रभारी प्रधानाध्यापक अमरनाथ यादव द्वारा विद्यालय के विकास संबंधी कार्य में कोई रुचि नहीं ली जा रही थी। ग्रांट की धनराशि का दुरूपयोग किया गया था जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी राजेश वैश्य ने बीएसए डॉ गोरखनाथ पटेल को आख्या प्रेषित कर दिया था। इस पर बीएसए ने कार्यवाही करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक अमरनाथ यादव को निलंबित करे हुये पूर्व माध्यमिक विद्यालय गोपालपुर से संबद्ध कर दिया।
इस सन्दर्भ में पूछे जाने पर बीएसए डॉ गोरखनाथ पटेल ने बताया कि आख्या के आधार पर निलंबन की कार्यवाही की गई है। प्रकरण की जांच के लिये खंड शिक्षा अधिकारी विकास खंड करंजाकला श्रवण यादव को नामित किया गया है।