लापरवाही से बेपटरी हो चुकी है स्वास्थ्य सेवायें
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जौनपुर। मछलीशहर तहसील क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। हालत यह है कि स्वास्थ्य केंद्रों के पास अपना निजी भवन नहीं है। आंगनबाड़ी केंद्र के बरामदे में आज भी पीएचसी चल रहा है। जांच के लिए लगाई गई हेल्थ एटीएम कमरे में बंद है जबकि कागज पर उसे क्रियाशील दिखाया गया है। मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए ब्लॉक क्षेत्र में एक सीएचसी के साथ ही छह पीएचसी स्थापित है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अस्पतालों में डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। जमालपुर गांव में पीएचसी की स्वीकृति डेढ़ दशक पहले ही हो गई थी। वहां डॉक्टर भी तैनात किए गए। कुछ दिन तक कागज पर ही तैनाती चलती रही। बाद में आंगनबाड़ी केंद्र के भवन में एक कमरा उधार लेकर स्वास्थ्य सेवा शुरू की गई है। आंगनबाड़ी केंद्र के भवन के एक कमरे में दवा रखते हैं और बरामदे में बैठकर इलाज किया जाता हैं। मछलीशहर सीएचसी से जुड़ी दो पीएचसी पर आज तक डॉक्टरों की तैनाती की गई है। कुंवरपुर और मीरगंज पीएचसी में डॉक्टर की तैनाती नहीं होने से मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। अस्थाई व्यवस्था करके सप्ताह में एक या दो दिन डॉक्टर भेजे जाते हैं। कुंवरपुर और बरईपार में तैनात डॉक्टर से सीएचसी में ओपीडी करवाई जाती है।एक साल से सीएचसी के कमरे में बंद है हेल्थ एटीएम-कुंवरपुर और जमालपुर में हेल्थ एटीएम मशीन अभी तक पहुंची ही नहीं है। बरईपार, कसेरवा, मीरगंज में इंस्टालेशन नहीं हुआ है। मशीन अस्पताल के कमरे में बंद पड़ी है। यही स्थिति सीएचसी मछलीशहर में भी है। करीब एक साल पहले ही मशीन आकर टेली मेडिसिन कक्ष के बगल के कमरे में रखी गई है। मशीन को क्रियाशील करने के लिए इंजीनियर का इंतजार है। जमालपुर पीएचसी में तैनात एलटी रायसाहब चौहान ने बताया कि भवन के अभाव में हेल्थ एटीएम मशीन स्थापित नहीं हो पाई है। मशीन सीएचसी में आकर रखी गई है। यहां डॉक्टर को बैठकर इलाज करने की व्यवस्था नहीं है, तो हेल्थ मशीन कैसे स्थापित होगी। कुंवरपुर पीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट वंशराज ने बताया कि अस्पताल में कोई हेल्थ एटीएम मशीन आने की जानकारी नहीं है। यदि मशीन आई होगी तो अधीक्षक कार्यालय में ही रखी होगी। यहां हेल्थ एटीएम मशीन अभी नहीं है। डॉ राजीव यादव, एसीएमओ का कहना है कि पीएचसी भवन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। अभी बजट नहीं आया है। बजट आते ही निर्माण कराया जाएगा। हेल्थ एटीएम जहाँ खराब हैं उनकी जांच कराई जा रही है, जल्द ही सभी संचालित होंगे।