छात्रों में बढ़ती हुई अनुशासनहीनता को समाप्त करने के लिए बच्चों को धर्म , नैतिक शिक्षा देना जरूरी
ग्रीष्म कालीन वेद एवं रामायण कार्यशाला
रामायण गायन पाठ एवं वाचन कार्यशाला – अष्टम दिवस
आज के कार्यक्रम की शुरुआत भगवान राघवेंद्र सरकार एवं राम दरबार के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ की गई, जिसमें कार्यशाला के प्रशिक्षक अमरजीत , समन्वयक उषा सिंह, SMC अध्यक्ष रीता देवी और ग्राम प्रधान ललिता यादव ने भाग लिया।
आज के सत्र में प्रशिक्षक अमरजीत , सह प्रशिक्षक पूनम राव और कुंदन ध्यानी ने छात्रों को रामचरित मानस का लयबद्ध पाठ सिखाया। साथ ही हनुमान चालीसा एवं रामायण की चौपाइयों का भी अभ्यास कराया गया। प्रशिक्षक अमरजीत ने रामायण गायन की विभिन्न विधाओं पर भी चर्चा की, जिससे छात्रों को इस गौरवशाली ग्रंथ के गूढ़ अर्थों को समझने में सहायता मिली।
कार्यशाला में कुंदन ध्यानी तबला वादक के रूप में और अमरजीत हारमोनियम वादक के रूप में प्रशिक्षण दे रहे हैं। बच्चों को चौपाइयों एवं दोहों के शुद्ध उच्चारण और लय के साथ वाचन का अभ्यास भी कराया गया।
आज के कार्यक्रम में ग्राम प्रधान ललिता यादव, SMC अध्यक्ष रीता देवी, मोनी यादव, सुनीता देवी, इंदा, सुनीता मीना, उषा यादव, आशा देवी, आरती देवी, काजल, गोल्डी, वंदना यादव, विनीता यादव, सुभाष यादव, शकुंतला सहित विद्यालय का समस्त स्टाफ एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
यह कार्यशाला न केवल बच्चों को रामायण से जोड़ रही है, बल्कि उनके चरित्र और व्यक्तित्व विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध हो रही है।