विधान परिषद की नियम पुनरीक्षण समिति की बैठक सम्पन्न
विभिन्न विभागीय कार्यों की गहन समीक्षा
जौनपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को जौनपुर और गाजीपुर जनपदों की विधान परिषद की नियम पुनरीक्षण समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति माननीय धर्मेंद्र भारद्वाज ने की।इस अवसर पर समिति के सदस्यों के रूप में विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा, बृजेश सिंह ‘प्रिंसू’, किरण पाल कश्यप एवं विच्छे लाल राजभर उपस्थित रहे।
समिति के आगमन पर जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ, मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया तथा अपर जिलाधिकारी राम अक्षयवर चौहान ने पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
विभागीय समीक्षा और दिशा-निर्देश
बैठक में राजस्व, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, लोक निर्माण, माध्यमिक शिक्षा, विकास प्राधिकरण, खाद्य एवं रसद समेत विभिन्न विभागों से संबंधित प्रश्नों की समीक्षा की गई। समिति ने सभी जनप्रतिनिधियों के प्रश्नों के उत्तर समयबद्ध ढंग से संबंधित सदस्यों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
समिति द्वारा विधान परिषद के अल्पसूचित, तारांकित और अतारांकित प्रश्नों की स्थिति, नियम 105, 110, 111 और 115 के अंतर्गत प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा की गई।
कानून-व्यवस्था और साइबर क्राइम पर विशेष चर्चा
समिति ने जौनपुर जनपद में बीते तीन वर्षों में हुई आपराधिक घटनाओं जैसे लूट, डकैती, हत्या और साइबर अपराधों की समीक्षा की। पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि वर्ष 2025 में अब तक साइबर क्राइम के 51 मामले दर्ज किए गए हैं और ₹43 लाख की रिकवरी हुई है। सभी थानों में साइबर सेल गठित किए जा चुके हैं। समिति ने साइबर अपराध के प्रति जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
गाजीपुर जनपद के पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा ने बताया कि एक साइबर गैंग की पहचान की गई है और इस दिशा में प्रशिक्षण एवं जनजागरूकता कार्य जारी हैं।
अन्य विभागीय मुद्दों पर जानकारी
जल निगम ग्रामीण के अधिशासी अभियंता से पाइपलाइन और सड़क रिस्टोरेशन से संबंधित जानकारी ली गई। समाज कल्याण विभाग से विभिन्न वर्गों के छात्रों को दी गई छात्रवृत्ति की स्थिति की समीक्षा की गई। पंचायत राज अधिकारी से अत्येष्ठी स्थलों के निर्माण की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई।
योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे – सभापति
समिति के सभापति ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रदेश सरकार की सभी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें और उनके पत्रों का समय से उत्तर दें।
प्रोटोकॉल उल्लंघन पर सख्त रुख
सभापति ने स्पष्ट किया कि विधायकों एवं विधान परिषद सदस्यों के प्रोटोकॉल का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। सभी अधिकारियों को इस संबंध में संवेदनशील होकर कार्य करने के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने समिति को आश्वस्त किया कि समिति द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन पूर्ण रूप से सुनिश्चित किया जाएगा।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में गाजीपुर के जिलाधिकारी अविनाश कुमार, पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज राजा सहित दोनों जनपदों के प्रमुख विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।