विद्यालय मर्जर के खिलाफ शिक्षकों का मोर्चा तेज, विधायक रमेश मिश्रा को सौंपा गया ज्ञापन
बदलापुर। प्रदेश सरकार द्वारा परिषदीय विद्यालयों के मर्जर के खिलाफ शिक्षा जगत में उबाल तेज हो गया है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को बदलापुर विधायक रमेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपते हुए मर्जर नीति को गरीब बच्चों के शिक्षा अधिकार पर सीधा हमला करार दिया।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जिला संयुक्त मंत्री शैलेन्द्र सिंह व बक्सा ब्लॉक अध्यक्ष सरोज सिंह कर रहे थे। उन्होंने विधायक को बताया कि कम छात्र संख्या के आधार पर विद्यालयों को बंद कर दूरस्थ विद्यालयों में बच्चों को भेजना शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) का सीधा उल्लंघन है। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की बेटियों को इससे सबसे ज्यादा असुविधा हो रही है, जिनके लिए अब पढ़ाई से ज्यादा दूरी और असुरक्षा की चुनौती खड़ी हो गई है।
शिक्षकों ने स्पष्ट कहा कि सरकार की यह पेयरिंग नीति न केवल शिक्षण व्यवस्था को ध्वस्त कर रही है, बल्कि बच्चों के निःशुल्क और निकटवर्ती शिक्षा के मौलिक अधिकार को भी कुचल रही है। यह निर्णय ग्रामीण शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ को तोड़ने वाला है।
इस मौके पर विधायक रमेश मिश्रा ने शिक्षकों की चिंता को गंभीरता से लिया और आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को संबंधित मंचों पर प्रभावी ढंग से उठाएंगे ताकि जल्द समाधान निकाला जा सके।
शिक्षक संघ ने बताया कि इस नीतिगत अन्याय के खिलाफ प्रांतीय नेतृत्व — विनय तिवारी (अध्यक्ष), उमाशंकर सिंह (महामंत्री) और अमित सिंह (जिलाध्यक्ष) — के निर्देशन में राज्यव्यापी आंदोलन चल रहा है। आंदोलन के पहले चरण में 27 जून को समस्त जिलाधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया, जबकि दूसरे चरण में 3 जुलाई से 15 जुलाई तक सभी जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपकर समर्थन जुटाने का अभियान चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में बदलापुर विधायक को आज यह ज्ञापन सौंपा गया।
इस दौरान प्रमुख रूप से उपस्थित थे:
शैलेन्द्र सिंह (संरक्षक), सरोज सिंह (ब्लॉक अध्यक्ष), सुनील प्रजापति (जिला प्रचार मंत्री), संतोष उपाध्याय, उपेन्द्र उपाध्याय, मनोज सिंह, मनीष सिंह, निर्भय सिंह, भोला यादव, प्रवीण कुमार सिंह, शशांक सिंह, वेद प्रकाश सिंह, राजनाथ सिंह यादव, रेखा चौहान, पूर्णिमा सिंह, मंजू वर्मा, विष्णु शंकर सिंह, राजेश सिंह आदि।