मछलीशहर पड़ाव हादसे में अजब-गजब हालात: कहीं मुआवज़े से इनकार तो कहीं प्रशासन की चूक से दोगुना दर्द,आज पीड़ित परिवार के खाते पहुंचा पैसा
जौनपुर। गत 25 अगस्त को मछलीशहर पड़ाव पर अतिवृष्टि के दौरान खंभे में दौड़े करंट ने तीन निर्दोष जिंदगियों को लील लिया था। इस दर्दनाक हादसे में प्राची मिश्रा, समीर और शिवा गौतम की मौत हो गई। परिजनों का आक्रोश आज भी थमा नहीं है।
जहां एक ओर प्राची मिश्रा और समीर के परिजनों ने सरकारी आर्थिक सहायता लेने से साफ इनकार कर दिया है और जिम्मेदार अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए हैं, वहीं दूसरी ओर शिवा गौतम का परिवार शासन से मिली इमदाद स्वीकार करने को राज़ी हुआ। लेकिन यहां भी प्रशासन की लापरवाही ने हालात को और पेचीदा बना दिया।
त्रुटि के चलते सहायता राशि पीड़ित परिवार के खाते के बजाय किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर हो गई। पहले से ही बेटे की असमय मौत से जूझ रहे परिवार का गम अब दोगुना हो गया।
जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाए और आज सहायता राशि सही खाते में भेजने का दावा किया। उन्होंने कहा कि, ऐसे प्रकरण बेहद संवेदनशील होते हैं, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अब धनराशि शिवा गौतम के परिजनों को उपलब्ध करा दी गई है।
मछलीशहर पड़ाव हादसा प्रशासन की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है—एक ओर जहां पीड़ित परिवार न्याय और जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सहायता राशि जैसी संवेदनशील प्रक्रिया में हुई चूक ने प्रशासन की गंभीरता पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं।