योगी सरकार द्वारा "कैशलेश संजीवनी" मिलने से शिक्षकों में खुशी की लहर
दीपावली से पहले मिलेगा आरोग्य उपहार
जौनपुर। शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई बहुप्रतीक्षित घोषणा ने प्रदेश के शिक्षकों और उनके परिवारों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। अब परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक, शिक्षा मित्र, अनुदेशक, रसोइया, अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों व महाविद्यालयों के शिक्षक तथा स्ववित्तपोषित शिक्षण संस्थानों के शिक्षक कैशलेश चिकित्सा सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
सरकार की इस योजना से प्रदेश के 16 लाख से अधिक परिवारों के करीब 60 लाख पात्र लोगों को फायदा मिलेगा। खास बात यह है कि लाभार्थियों को इसके लिए किसी प्रकार का अंशदान नहीं देना होगा। शासन दीपावली से पहले इस योजना को लागू करने की तैयारी में है।
शिक्षकों की प्रतिक्रियाएँ
घोषणा के बाद जौनपुर के शिक्षकों में भी उत्साह और प्रसन्नता का माहौल है।
- सुजानगंज के शिक्षक रवि प्रकाश तिवारी और नागेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षकों की पुरानी मांग को मानकर मुख्यमंत्री ने सराहनीय कार्य किया है।
- मुंगराबादशाहपुर के शिक्षक सुनील कुमार मणि त्रिपाठी का कहना है कि अब इलाज पैसों की वजह से बाधित नहीं होगा।
- महराजगंज के शिक्षक दिनेश कुमार पाल बोले कि अब किसी साथी के इलाज के लिए चंदा इकट्ठा नहीं करना पड़ेगा।
- मछलीशहर की शिक्षिका प्रेमलता सिंह और मड़ियाहूं की शिक्षिका नीतू सिंह ने कहा कि राज्य कर्मचारियों की तरह अब उनका परिवार भी कैशलेश सुविधा पाएगा।
- सिकरारा की शिक्षिका छाया सिंह और रामनगर की शिक्षिका ममता सिंह ने इसे दिवाली से पहले मिला आरोग्य उपहार बताया।
- शाहगंज के शिक्षक जितेंद्र यादव और सिरकोनी के शिक्षक पंकज सिंह ने कहा कि अब शिक्षकों को प्राइवेट हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को मोटा प्रीमियम चुकाने की आवश्यकता नहीं होगी।
शिक्षकों ने कहा कि यह निर्णय उनकी सेवा शर्तों को और आकर्षक बनाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा दी गई यह सौगात निश्चित ही शिक्षकों और उनके परिवारों को चिकित्सा संबंधी चिंता से मुक्त करेगी।