उन्होंने कहा कि यह समाज के प्रत्येक व्यक्ति की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह इस अभियान का हिस्सा बने और चाइनीज मांझे से आये दिन हो रही दुर्घटनाओं को रोकने में अपना योगदान दे। संस्था द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि यदि कोई व्यक्ति दुकानदार को चाइनीज मांझा बेचते हुए सूचना देकर पकड़वाता है तो उसे संस्था द्वारा रुपये 1000 का नगद पुरुस्कार दिया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत शकरमंडी स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल से की गयी।
इसी क्रम में स्कूल के प्रबन्धक मनीष चन्द्रा ने मुरली फाउंडेशन के इस अभियान का स्वागत करते हुये शकरमंडी स्थित विद्यालय परिसर में संस्था के सदस्यों को आमंत्रित किया। साथ ही सम्मानित भी किया।
मुरली फाउण्डेशन के पीआरओ योगेश साहू ने 350 से ज्यादा बच्चों को चाइनीज मांझे का प्रयोग न करने की शपथ दिलायी गयी। संस्था के वरिष्ठ सदस्य केके मिश्र व डा. बृजेश कन्नौजिया ने जनपद की सभी समाजसेवी संस्थाओं से अपील किया कि इस मुद्दे पर सार्थक जनजागरूकता अभियान चलाकर चाइनीज मांझे के प्रयोग को रोकने में अपना योगदान दें। साथ ही सदस्य संजय जायसवाल व अनिल मौर्य ने घर सहित आस—पड़ोस में लोगों के बीच जाकर उन्हें चाइनीज मांझे का प्रयोग ने करने हेतु प्रेरित करने की जिम्मेदारी लिया। अन्त में सचिव अजय सिंह ने सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुये स्वयं इसका प्रयोग न करने की शपथ लिया।