मछलीशहर के गोहका गांव के सपूत को ‘बेस्ट क्राइम रिपोर्टर’ का सम्मान
जौनपुर / मुंबई : जौनपुर जनपद के मछलीशहर क्षेत्र के गोहका गांव के सपूत और हिंदी पत्रकारिता के प्रतिष्ठित नाम डॉ. अखिलेश तिवारी को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘बेस्ट क्राइम रिपोर्टर’ के सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पत्रकार विकास संघ के 17वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर, तेजतर्रार IRS अधिकारी समीर वानखेड़े के हाथों प्रदान किया गया। इस उपलब्धि से जौनपुर तथा उनके पैतृक गांव गोहका में हर्ष और गर्व का माहौल है।
24 वर्षों से सक्रिय और प्रभावकारी पत्रकारिता
डॉ. अखिलेश तिवारी पिछले 24 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय, बहुमुखी, तेजतर्रार और विश्वसनीय पत्रकार हैं। वर्तमान में वे नवभारत टाइम्स से जुड़े हैं और प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक दोनों माध्यमों में अपनी सटीक, साहसी और गहन रिपोर्टिंग के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत बी.ए.जी. संस्था से की, जहाँ कबूतरबाजी, धोखाधड़ी, आत्महत्या को हत्या का रूप देने के प्रयासों की पड़ताल तथा अभिनेत्री मान्यता दत्त से जुड़े गर्भपात प्रकरण सहित कई महत्वपूर्ण समाचार उजागर किए।
पत्रकारिता का सशक्त सफर
स्टार न्यूज़ के कार्यकाल के दौरान उन्होंने मुंबई में मुन्ना बजरंगी की गिरफ्तारी की बड़ी खबर सबसे पहले उजागर की। इसी दौरान उन्होंने डी.के. का पहला टीवी इंटरव्यू किया तथा मुस्तफा डोसा का जेल वाहन से जाते समय प्रियदर्शिनी सिग्नल पर विशेष साक्षात्कार लेकर सुर्खियाँ बटोरीं। सहारा समय चैनल में रहते हुए उन्होंने रवि पुजारी का प्रीति जिंटा–नेस वाडिया विवाद पर टेलीफोनिक साक्षात्कार कर अपनी निडर पत्रकारिता का परिचय दिया।
प्रिंट माध्यम में भी मजबूत पहचान
दैनिक नवभारत में उन्होंने बार बालाओं को भविष्य निधि (पी.एफ.) देने वाले बार संचालक की महत्वपूर्ण खबर तथा मुंबई मिरर में दादर में रेलवे प्रशिक्षणार्थियों द्वारा पटरियाँ जाम कर रेल सेवा रोकने की घटना को प्रमुखता से उठाया। बाद में टीवी9 भारतवर्ष और वर्तमान में नवभारत टाइम्स में उनकी खोजी पत्रकारिता लगातार प्रभाव छोड़ती रही।
वर्ष 2025 में ए.जे. एंटरप्राइजेस द्वारा चिट–फंड जैसी योजना के माध्यम से सैकड़ों लोगों को ठगने के खुलासे वाली उनकी रिपोर्ट अत्यंत प्रभावशाली रही, जिसने व्यापक चर्चा पैदा की और संबंधित संस्थाओं को सक्रिय किया। साथ ही केईएम अस्पताल के प्रोफेसर पर पाँच प्रशिक्षु डॉक्टरों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप संबंधी उनकी रिपोर्टिंग भी अत्यधिक चर्चित रही।
शिक्षा व व्यक्तित्व
डॉ. तिवारी ने वाणिज्य स्नातक (B.Com.), कला स्नातकोत्तर (M.A.) तथा सोशल मीडिया की वैश्विक व्याप्ति और हिंदी विषय में डॉक्टरेट (PhD) की उपाधि प्राप्त की है और वर्तमान में कानून (LLB) की पढ़ाई कर रहे हैं। उनका अनुभव, जुझारू फील्डवर्क और तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता उन्हें हिंदी मीडिया का एक सशक्त और विश्वसनीय चेहरा बनाती है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा —
“यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि मेरे गांव गोहका, जौनपुर और उन सभी लोगों का है जिन्होंने मुझे सदैव प्रेरित किया। पत्रकारिता मेरे लिए पेशा नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी है।”
गांव के लोगों और परिजनों ने भी उनकी इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि मुंबई जैसे विशाल महानगर में रहकर भी उन्होंने अपनी मिट्टी और अपनी जड़ों से जुड़ाव बनाए रखा है और आज पूरे जिले का नाम रोशन किया है।

