शराब के ठेके विवाद में हुई थी विधायक सर्वेश सिंह सीपू की हत्या
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रिपोर्टर :- पितेश्वर कुमार
आजमगढ़
के जीयनपुर बाजार में 19 जुलाई को बसपा के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू व
उनके एक सहयोगी के हत्याकाण्ड का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए ध्रुव सिंह
कुन्टू व पूर्व विधायक सर्वेश सिंह के बीच शराब की दुकानों को लेकर चल रही
रंजिश बताया गया। पुलिस ने इस मामले में कुन्टू सिंह के विकलांग साले
अभिषेक सिंह उर्फ भोनू के साथ दिनेश सिंह व विजय यादव को गिरफ्तार किया है
और पुलिस को इस मामले में फरार 6 आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है। हांलाकि
इस मामले में सर्वेश के परिजनों ने सी.बी.आई जांच की मांग की थी और यह
प्रक्रिया अभी शासन स्तर पर लम्बित चल रहा है।
जीयनपुर
बाजार में 19 जुलाई को पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू व उनके सहयोगी अजय
राय की गोली मार की हत्या कर दी गयी थी। घटना के बाद काफी हंगामा रहा और
लोगों ने पुलिस की कई गाडि़यों को आग के हवाले कर जीयनपुर कोतवाली पर हमला
बोल दिया था और वहां पुलिस की मोटर साइकिलों में आग लगाने के बाद असलहे भी
लूट लिये थे। इस घटना को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कई राउण्ड फायरिंग
करनी पड़ी थी जिसमें तीन अन्य लोगों की मौत हो गयी थी। घटना के बाद सर्वेश
के परिजनों ने ध्रुव सिंह कुन्टू, विजय सिंह प्रभारी निरीक्षक जीयनपुर
कोतवाली, संग्राम सिंह, रिजवान, राजेन्द्र, प्रकाश व तीन अन्य लोगों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। कुन्टू सिंह घटना के समय ही जेल में था तथा
बाद में संग्राम सिंह तथा रिजवान ने आत्म समपर्ण कर दिया था। पुलिस आज जो
खुलासा किया है उसमें कुन्टू सिंह को मुख्य आरोपी मानते हुए उसके साले
अभिषेक सिंह (विकलांग), विजय यादव व दिनेश सिंह उर्फ रम्पत को गिरफ्तार
किया है पुलिस का कहना है कि कुन्टू के साले ने इनको शरण दी और दिनेश ने
मृत्युंजय व एक अन्य सहयोगी के साथ मिल कर हत्या कर दी। पुलिस ने इसे शराब
दुकानों को लेकर चल रही प्रतिस्र्पधा मानी है। डी.आई.जी. राम कुमार ने घटना
का खुलासा करते हुए बताया कि ध्रूव सिंह उर्फ कुन्टू सिंह जब भी पेसी पर
आता था कुछ लोगों को बुलाया जाता था और उनको उनका काम सौंपा जाता था। इस
योजना में एक माह का समय उन्हें लगा। जून माह के अंत में कुन्टू की कुछ
पेशिया हुई थी उन पेशियों में रिजवान, विजय सिंह यादव और भी अन्य लोग जो
फाईनेन्सियर भी रहे है इस मामले में उसी समय यह योजना बनी की किस तरह घटना
को कारित किया जाय। डी.आई.जी. ने बताया कि इसमें ध्रूव सिंह के साले अभिषेक
सिंह की भी अहम भूमिका रही है। इस मामले में चिन्हित 6 अन्य लोगों की
गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमों के अलावा एस.टी.एफ. की टीम भी लगी हुई है।
डी.आई.जी.
राम कुमार ने हत्या के पीछे शराब दुकानों को लेकर चल रही प्रतिस्र्पधा
मानी है। जिसको लेकर इनके परिवार में पुरानी दुश्मनी चली आ रही है। इसके
अलावा अभियुक्त कुन्टू 1 अप्रैल को अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार हुआ था
एक स्कूल प्रबंधन के चुनाव के सम्बन्ध में जिसमें उसके उपर अपहरण की धारा
लगी थी, गैंगेस्टर एक्ट लगा था और अभी भी जेल में है वह भी घटना का
महत्वपूर्ण कारण है।
गिरफ्तार
आरोपियों में विजय यादव ने घटना को कबूल किया और उसने बताया कि पेशी पर
आये कूंटू सिंह के कहने पर ही घटना को अंजाम दिया गया है।