ओडिशा में शहीद हो गया जौनपुर का एक लाल
https://www.shirazehind.com/2013/08/blog-post_8524.html
ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मंगलवार को हुए नक्सली हमलों में छह सुरक्षाकर्मी
शहीद हो गए। ओडिशा के कोरापुट जिले में नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों के
वाहन को निशाना बनाकर विस्फोट कराया, जिसमें सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] के
चार जवान शहीद हो गए और दो घायल हो गए। छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में
नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान एक एसटीएफ का एक कमांडर और एक जवान शहीद हो
गया।
इन शहीदों एक जौनपुर का लाल भी शहीद हुआ है। जौनपुर जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र मुरादपुर गाँव के निवासी राम कैलाश का पुत्र वीरेद्र कुमार सरोज सन 1984 में बिहार में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहा था। आज सूबह जब उसके मारे जाने की मनहूस खबर उसके घर वालो को मिली तो कोहराम मच गया। उसकी बीबी कुसुम अपना सुधबुध खो बैठी पिता राम कैलाश का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। उसके दो माशूम पुत्र और एक पुत्री को यह नही पता की उनके सर से पिता का साया हट चूका लेकिन माँ और बाबा को रोते देख सभी बच्चो को यह पता चल गया है कि घर में कुछ बुरा जरुर हुआ है
इन शहीदों एक जौनपुर का लाल भी शहीद हुआ है। जौनपुर जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र मुरादपुर गाँव के निवासी राम कैलाश का पुत्र वीरेद्र कुमार सरोज सन 1984 में बिहार में भर्ती होकर देश की रक्षा कर रहा था। आज सूबह जब उसके मारे जाने की मनहूस खबर उसके घर वालो को मिली तो कोहराम मच गया। उसकी बीबी कुसुम अपना सुधबुध खो बैठी पिता राम कैलाश का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। उसके दो माशूम पुत्र और एक पुत्री को यह नही पता की उनके सर से पिता का साया हट चूका लेकिन माँ और बाबा को रोते देख सभी बच्चो को यह पता चल गया है कि घर में कुछ बुरा जरुर हुआ है

