नहीं हो सकी महापंचायत, सैकड़ों आरक्षण समर्थक गिरफ्तार
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लखनऊ। आरक्षण समर्थकों की बहुप्रतीक्षित इलाहाबाद महापंचायत पर
प्रशासनिक सख्ती भारी पड़ी। केपी ग्राउंड पर मंगलवार को महापंचायत नहीं हो
सकी। अलबत्ता, इसके लिए निकले सैकड़ों युवा जहां-तहां हिरासत में ले लिए गए।
देर शाम तक यह दौर चला। कहीं किसी प्रकार की अप्रिय घटना के समाचार नहीं
हैं। निषेधाज्ञा तोड़कर महापंचायत के लिए निकले युवाओं का दावा है कि वह
अपने मकसद में सफल रहे हैं। आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। उधर, प्रशासन का
कहना है कि आगे भी सतर्कता जारी रखी जाएगी। किसी को भी शांति-व्यवस्था से
खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में ओबीसी वर्ग के विद्यार्थियों को त्रिस्तरीय आरक्षण व्यवस्था का लाभ देने की वकालत कर रहे युवाओं का हौसला महापंचायत में शामिल होने आ रहे जदयू अध्यक्ष शरद यादव और अपना दल विधायक अनुप्रिया पटेल को हिरासत में लिए जाने के बाद भी नहीं टूटा। इलाहाबाद आ रहे शरद यादव और अनुप्रिया पटेल को बीती रात गाजियाबाद और रायबरेली में गिरफ्तार कर लिया गया था। मंगलवार सुबह इंडियन जस्टिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित राज को भी इलाहाबाद के बम्हरौली एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया। महापंचायत का आयोजन कर रहे सामाजिक न्याय मोर्चा के पदाधिकारियों ने राम विलास पासवान, मो. सुलेमान और सुभाषिनी अली के आने का भी दावा किया था लेकिन वे नहीं पहुंचे।
प्रशासनिक सख्ती के बावजूद सैकड़ों समर्थक रेल मार्ग और बस से प्रदेश के कई हिस्सों से इलाहाबाद पहुंचे। ये पूर्वाचल व आसपास के जिलों से आए थे।
इन समर्थकों को पुलिस ने रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से गिरफ्तार किया और बालसन चौराहे लाई जहां से बाद में पुलिस लाइंस मैदान में भेज दिया गया। इसके अलावा सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में समर्थक शहर के विभिन्न हिस्सों से बालसन चौराहे पर आए और गिरफ्तारी दी। समर्थक कई जत्थों में बाहर निकले, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एक-जो स्थानों पर समर्थकों ने उग्र होने की कोशिश भी की लेकिन पुलिस ने नियंत्रित कर लिया। पुलिस लाइंस में शाम तक समर्थकों की भीड़ जमा थी। उनका कहना था कि आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
