जौनपुर किला में मिला तहखाना !
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जौनपुर के शाही किले की मरम्मत के दरम्यान में तहखाना मिलने से पुरातत्व विभाग और स्थानीय नागरिको में कौतुहल का विषय बन गया है। यह तहखाना मिला है किले के मेन गेट की दीवाल में। फ़िलहाल इस तहखाने का रहस्य की खोज करने के लिए किला के प्रभारी अभिनाश चन्द्र त्रिपाठी ने अपने अधिकारियो को पत्र भेज दिया है
जौनपुर नगर को फिरोजशाह तुगलक ने सन 1359 में बसाया था उसी समय गोमती नदी के किनारे एक भव्य किला का निर्माण भी करवाया था। इस समय इस किले का मरम्मत कार्य जोरो पर चल रहा है। मुख्य द्वार के कुछ पत्थर खिसक गया है तो कुछ टूट गया है। उन पत्थरो को ठीक करने के लिए जब मज़दूरो ने पत्थरो को हटाया तो उसके पीछे काफी गहरी खायी दिखी तो मज़दूर डर से भाग निकले। इस बात की जानकारी जब किला प्रशासन को हुआ तो मौके पर जाकर जाँच पड़ताल किया मुख्य द्वार के बाई तरफ की दीवाल में करीब आठ फीट चौड़ी और 10 फीट गहरा खायी दिखायी पड़ी। फ़िलहाल यह तहखाना है या कुछ और इस रहस्य पता लगाने के लिए किला प्रभारी अभिनाश चन्द्र त्रिपाठी उच्चाधिकारियो को पत्र भेज दिया है।
इधर तहखाना मिला उधर संयोग से पुरातत्व विभाग स्कूल दिल्ली के छात्रो की टोलियां शर्की सल्तनत की कला और शैली का अध्यन करने जौनपुर पहुंच गई थी। जब किला में तहखाना मिलने की सूचना छात्रो की टीम को लगी तो वो लोग भी किला पहुंचकर जाँच पड़ताल किया।
जौनपुर नगर को फिरोजशाह तुगलक ने सन 1359 में बसाया था उसी समय गोमती नदी के किनारे एक भव्य किला का निर्माण भी करवाया था। इस समय इस किले का मरम्मत कार्य जोरो पर चल रहा है। मुख्य द्वार के कुछ पत्थर खिसक गया है तो कुछ टूट गया है। उन पत्थरो को ठीक करने के लिए जब मज़दूरो ने पत्थरो को हटाया तो उसके पीछे काफी गहरी खायी दिखी तो मज़दूर डर से भाग निकले। इस बात की जानकारी जब किला प्रशासन को हुआ तो मौके पर जाकर जाँच पड़ताल किया मुख्य द्वार के बाई तरफ की दीवाल में करीब आठ फीट चौड़ी और 10 फीट गहरा खायी दिखायी पड़ी। फ़िलहाल यह तहखाना है या कुछ और इस रहस्य पता लगाने के लिए किला प्रभारी अभिनाश चन्द्र त्रिपाठी उच्चाधिकारियो को पत्र भेज दिया है।
इधर तहखाना मिला उधर संयोग से पुरातत्व विभाग स्कूल दिल्ली के छात्रो की टोलियां शर्की सल्तनत की कला और शैली का अध्यन करने जौनपुर पहुंच गई थी। जब किला में तहखाना मिलने की सूचना छात्रो की टीम को लगी तो वो लोग भी किला पहुंचकर जाँच पड़ताल किया।