अस्पतालों में डायरिया के रोगियों की संख्या बढ़ी
https://www.shirazehind.com/2014/05/blog-post_3233.html
जौनपुर : सूर्य की तल्ख किरणों पर भीषण गर्मी व मांगलिक कार्यक्रमों में मिलावटी खाद्य पदार्थो के सेवन से अस्पतालों में डायरिया के रोगियों की संख्या बढ़ गई है। जिसमें बच्चों की संख्या सबसे अधिक देखी जा रही है।
स्थानीय सीएचसी समेत सभी प्राइवेट अस्पतालों व नीम हकीम चिकित्सकों के यहां प्रतिदिन डायरिया पीड़ित रोगियों की भीड़ देखी जा रही है। जिसका प्रमुख कारण भीषण गर्मी माना जा रहा है। खान-पान के चलते भी लोग चपेट में आ रहे है। जिससे परिजन जहां आर्थिक नुकसान उठा रहे है वही परेशानियों से भी जूझ रहे है।
इस संबंध में सीएचसी के चिकित्साधिकारी डा.एसके दूबे का कहना है कि डायरिया से बचने के लिए तरल खाद्य पदार्थो जैसे ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूज का सेवन करे। बाजारों के कटे फल, मिठाई, छोला-समोसा के साथ बासी भोजन का सेवन कदापि न करे। मां बच्चों को बाटल की बजाय चम्मच, गिलास से दूध व पानी पिलाएं। अपने घरों के आस-पास, साफ-सफाई के साथ जल संचय न होने दे। डायरिया से पीड़ित होने पर तत्काल विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास ही उपचार कराएं।