विश्व दूरसंचार दिवस बुद्धिजीवियों ने आयोजित की गोष्ठी
https://www.shirazehind.com/2014/05/blog-post_3472.html
जौनपुर। आज दूरसंचार के संसाधनों के अभाव में विश्व की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। भारत में लगभग 100 करोड़ फोन, मोबाइल धारक आज देश को हर जगह से जोड़ दिये हैं तथा लैपटाप, टीवी, कम्प्यूटर, इण्टरनेट, दूरसंचार के साधनों ने आज दुनिया भर में क्रांति पैदा कर दिया है। उक्त बातें रविवार को विश्व दूरसंचार दिवस पर आयोजित विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुये पीओ डा. दिलीप सिंह ने कही। डा. सिंह की अध्यक्षता में नगर के रिजवी खां मोहल्ले में आयोजित गोष्ठी में प्रबंधक जनार्दन सिंह, अधिवक्ता आरएन सिंह, सुरेन्द्र प्रजापति, एसपीओ राममिलन सिंह, पीओ हरिकेश मिश्र, डा. सुशील श्रीवास्तव, पद्मा सिंह, डा. ज्योत्सना सहित अन्य वक्ताओं ने कहा कि दूरसंचार साधनों के चलते धरती सिमटकर अत्यन्त छोटी हो गयी है तथा दुनिया का हर व्यक्ति एक-दूसरे से जुड़ गया है। अन्त में दूरसंचार विभाग के इं. विजय व दिव्येन्दु सिंह ने जल, थल एवं नभ में दूरसंचार की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सुनील दूबे, अलका सिंह, संजय उपाध्याय, शिप्रा सिंह, हेमलता, सोनल, देवेन्द्र सिंह, श्रीनारायण सिंह, सत्येन्द्र बहादुर सिंह, एएन मिश्रा, राजेन्द्र, दुष्यंत सिंह, डा. विनोद, प्रशांत, दिनेश, शैलेन्द्र, विजय दूबे उपस्थित रहे।