
जौनपुर। जेसीआई जौनपुर द्वारा व्यक्तित्व विकास के लिये परवरिश एक स्नेह बंधन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन एक होटल में हुआ जहां प्रशिक्षक के रूप में जेएफएम रूपेश जायसवाल रहे। कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षक ने अभिभावक व बच्चों के मध्य रिश्तों की मजबूती व भावनाओं के आदान-प्रदान पर चर्चा करते हुये कहा कि बच्चों के व्यक्तित्व की प्रथम पाठशाला उनका घर व प्रथम गुरू माता-पिता होते हैं। अतः बच्चों के चरित्र निर्माण का प्रथम दायित्व माता-पिता का होता है। संस्थाध्यक्ष जेसी शशांक सिंह रानू ने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य हैं। अतः जितनी अच्छी परवरिश हम आज दे सकते हैं, उतना ही अच्छा हमें आने वाले कल का समाज व राष्ट्र प्राप्त हो सकेगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुये सचिव जेसी विशाल गुप्ता ने कहा कि बच्चों की स्वतंत्र अभिव्यक्ति ही उनके व्यक्तित्व विकास का द्योतक है। कार्यक्रम में मण्डल उपाध्यक्ष जेसी राधेरमण जायसवाल, डा. एसके सिंह, रवि मिंगलानी, विकास रस्तोगी, श्यामजी सेठ, हसन अब्बास, संजीव जायसवाल, डा. राज बहादुर, संजय गुप्ता, विष्णु सहाय, अविनाश गोयल, अनिल सेठ, नीरज श्रीवास्तव, पंकज अग्रहरि, राजेश अग्रहरि, संतोष अग्रहरि, अश्वनी मोदनवाल, अतुल गुप्ता, शम्भूनाथ सोनी, नीरज उपाध्याय, निखिलेश सिंह, मोती लाल यादव, रवि शर्मा, रत्नेश सिंह, डा. संजय पाण्डेय, अजय गुप्ता, संजय पाठक, राजा सुचन्द्र, जेसीरेट चेयर पर्सन यवनिका सिंह, ऋचा गुप्ता, मेघना रस्तोगी, पूनम सिंह, संरिता मिंगलानी, अल्का उपाध्याय, ज्योति जायसवाल, वन्दना गुप्ता, सीमा सहाय, पूनम जायसवाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये प्रदीप सेठ, संगीता सेठ, आलोक सेठ व अनीता सेठ को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के संयोजक जेसी गणेश साहू रहे। अन्त में सफल कार्यक्रम के लिये सचिव विशाल गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।