भोजपुरी अकादमी की स्थापना स्वागतयोग्यः डा. ब्रजेश यदुवंशी
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जौनपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भोजपुरी अकादमी की स्थापना करके यह बता दिया कि उनकी कथनी व करनी में कोई फर्क नहीं है। उक्त विचार भाषाविद् डा. ब्रजेश यदुवंशी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुये कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से हमारा 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल 5 अगस्त को लखनऊ में मिला जहां उन्होंने आश्वस्त किया था कि हम इसी माह के अन्त तक भोजपुरी अकादमी की स्थापना कर देंगे। श्री यादव ने मुख्यमंत्री जी को 28 अगस्त को पुनः याद दिलाया जिसके दूसरे दिन यानी 29 अगस्त को भोजपुरी अकादमी को मंजूरी प्रदान कर दी गयी। इसकी जानकारी होने पर भोजपुरी भाषियों में खुशी की लहर दौड़ गयी। अन्त में डा. यदुवंशी ने कहा कि भोजपुरी भाषा का जितना क्षेत्रीय महत्व है, उतना ही वैश्विक। भोजपुरी क्षेत्र से 18वीं शताब्दी मंे गये गिरमिटिया मजदूरांे की सन्ततियां आज अपने देश मंे सरकार चला रही है। उत्तर प्रदेश के 17 जिलों में भोजपुरी बोली जाती है। डा. राम मनोहर लोहिया जी लोकभाषाओं के विकास के बहुत बड़े हिमायती थे, इसलिये उचित हुआ कि सूबे की सपा सरकार भोजपुरी अकादमी स्थापित करके लोहिया जी के सपनों को साकार कर दी। भोजपुरी भाषा, साहित्य, संगीत, फिल्मों में असाधारण उभार आया है। प्रदेश सरकार भोजपुरी अकादमी की स्थापना करके लोहिया जी की लोकभाषाओं के विकास सम्बन्धी विचारों के अनुरूप आगे आयी है। इस पहल हेतु पूर्वी उत्तर प्रदेश की नहीं, बल्कि दुनिया भर की भोजपुरी भाषी लोग मुख्यमंत्री अखिलेश जी के प्रति सदैव आभारी रहेगी।

