बड़े प्रतिष्ठानों पर करम एवं छोटे दुकानों पर ‘नो रहम’
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जौनपुर। अक्सर देखा जाता है कि जब भी कोई सरकारी अभियान चलता है तो उसमें पक्षपात या भेदभाव जरूर सामने आ जाती है। इसी तरह का पक्षपात जहां जुलाई माह से शुरू किये जाने वाले बिजली विभाग के अभियान में देखने को मिला, वहीं अब जिलाधिकारी के आदेश पर बीते बुधवार से शुरू होने वाला अतिक्रमण हटाओ अभियान में देखने को मिल रहा है। नगरवासियों में हो रही चर्चाओं पर गौर किया जाय तो अभियान के दूसरे दिन गुरूवार को कोतवाली से चहारसू चैराहे तक चले अभियान के दौरान चहारसू चैराहे के ठीक बगल में स्थित नामचीन प्रतिष्ठान कीर्ति कुंज ज्वेलर्स के अतिक्रमण को नहीं तोड़ा गया जबकि उसके अगल-बगल के प्रतिष्ठानों के सामने के अवैध अतिक्रमण को तोड़ा गया। इसी तरह बीते बुधवार को इसी प्रतिष्ठान के सामने विश्वनाथ प्रसाद छंगन लाल सेठ नामक ज्वेलरी की दुकान के सामने के नाली के ऊपर के अतिक्रमण को नहीं तोड़ा गया जिसमंे कोतवाली क्षेत्र के ही एक चैकी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध बतायी जा रही है। अभियान के दूसरे दिन गुरूवार को कीर्ति कुंज ज्वेलर्स के अतिक्रमण को न तोड़ने को लेकर जहां नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म है, वहीं जिला और पुलिस प्रशासन सहित नगर पालिका द्वारा इस तरह के भेदभाव एवं पक्षपात पर तमाम सवाल उठाया जा रहा है।