मंगल अभियान की शानदार सफलता पर बुद्धिजीवियों ने की परिचर्चा
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जौनपुर। भारत के मंगलयान के मंगल ग्रह की कक्ष में शानदार ढंग से स्थापित होने पर नगर के रिजवी खां स्थित एक होटल में ज्योतिर्विद डा. दिलीप सिंह की अध्यक्षता में परिचर्चा आयोजित हुई जहां भाभा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिक सुरेश वर्मा, गढ़वाल विश्वविद्यालय के डा. राहुल सिंह, इसरो के राजकुमार मौर्य, न्यूट्रानिक के इंजीनियर दिव्येन्दु सिंह, बिड़ला इन्स्टीट्यूट बंगलौर के दुर्गेश पाठक सहित अन्य वक्ताओं ने अपना विचार व्यक्त किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने हर्ष व्यक्त करते हुये कहा कि लगभग 23 करोड़ किमी दूर लाल ग्रह मंगल पर मंगलयान का प्रथम प्रयास में अवतरण किसी जादुई चमत्कार से कम नहीं है। इस तकनीक में भारत ने अमेरिका, रूस, चीन, जापान, यूरोपियन अंतरिक्ष एजेंसी को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि इन सबके प्रथम प्रयास विफल रहे तथा 52 में सिर्फ 21 प्रयास ही अब तक सफल हो सके हैं। इस दौरान उपर्युक्त विद्वानों ने बताया कि बीते 16 सितम्बर को वे अपने पूर्व के सेमिनार की चर्चा किये थे जिसमें मंगलयान की सफलता का पूर्ण विश्वास व्यक्त किया गया था। भारत का महान सपना 7.45 से 8.00 बजे तक इसरो ने साकार कर दिया। इस अवसर पर पद्मा सिंह, डा. आरडी सिंह, अलका, डा. अरूण यादव, शिप्रा, विपिन मौर्य आदि विद्वान उपस्थित रहे।