भागवत भारत की सर्वश्रेष्ठय कथा. जटाशंकर
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सुरियावां। भागवत भगवान के अनुराग की सबसे श्रेष्ठ कथा है। इस कथा के श्रवण से पापों का समूल विनाश होता है। कथा के छठवें दिन कथा वाचन पंडित जटाशंकर व्याुस जी ने क़ष्णथ के बाल्यथकाल और कंसवध की कथा प्रसंग का उल्। कख किया। इस दौरान काफी संख्यान में भक्तों की भीड् मौजूद रही।
प्राथमिक स्कूखल अभिया में इस कथा का आयोजन किया गया है। पंडित जटाशंकर दूबे व्याकस ने भक्तोंा का संबोधित करते हुआ कि भागवत की कथा सभी पुराणों से श्रेष्ठथ है। यह भक्ता को भगवान के करीब लाती है। भागवत कथा का श्रवण करने से मानव के सभी दुख दूर होते है। भागवत हमें अन्याहय के खिलाफ लड्ने की शिक्षा देती है। इस दौरान व्याास जी ने भगवान क़श्णब के बाल चरित्र का भी वर्णन किया। बाद में मामा कंस के वध के था सुनाई। उन्होंक कहा कि अत्या चारी के वध के लिए भगवान अवतार लेते है। जम धरती पर पाप का भार बढता है। अन्या य और अत्याोचार बढ जाता है खुद भगवान रामए क़ष्णतए के रुप में अवतरित होते हैं। दुराचारियों का वध कर साधूयों की रक्षा करते है। जिस प्रकार प्रभु राम ने रावण और भगवान क़़ष्णा ने कंस का वध किया। इस दौरान कथा में काफी संख्याध में महिलाएं भी मौजूद थी। कथा में राजेश पांडेय के संगीत ग्रुप का कमाल भक्तोंक को झूमने पर मजबूर कर दे रहा है। एक से बढकर एक भगवत भजनों की प्रस्तु ति से श्रो्ता भाव विभारे हो उठते है। कथा में समाजसेवी बीआर शुक्लाम का बेहतर सहयोग है। कथा रामधनी दूबेए रामधनी दूबेए पोटर दूबेए रामखेलावनए लालता प्रसाद दूबेए कमलेश उपाध्याायए त्रयबंक उपाध्या य एजटाशंकर मिश्रए रविशंकर दूबेए कल्र् ुआ दूबेए रमेश शुक्ल ए ठाकुर प्रसाद शुक्ल व दूसरे लोग मौजूद थे
प्राथमिक स्कूखल अभिया में इस कथा का आयोजन किया गया है। पंडित जटाशंकर दूबे व्याकस ने भक्तोंा का संबोधित करते हुआ कि भागवत की कथा सभी पुराणों से श्रेष्ठथ है। यह भक्ता को भगवान के करीब लाती है। भागवत कथा का श्रवण करने से मानव के सभी दुख दूर होते है। भागवत हमें अन्याहय के खिलाफ लड्ने की शिक्षा देती है। इस दौरान व्याास जी ने भगवान क़श्णब के बाल चरित्र का भी वर्णन किया। बाद में मामा कंस के वध के था सुनाई। उन्होंक कहा कि अत्या चारी के वध के लिए भगवान अवतार लेते है। जम धरती पर पाप का भार बढता है। अन्या य और अत्याोचार बढ जाता है खुद भगवान रामए क़ष्णतए के रुप में अवतरित होते हैं। दुराचारियों का वध कर साधूयों की रक्षा करते है। जिस प्रकार प्रभु राम ने रावण और भगवान क़़ष्णा ने कंस का वध किया। इस दौरान कथा में काफी संख्याध में महिलाएं भी मौजूद थी। कथा में राजेश पांडेय के संगीत ग्रुप का कमाल भक्तोंक को झूमने पर मजबूर कर दे रहा है। एक से बढकर एक भगवत भजनों की प्रस्तु ति से श्रो्ता भाव विभारे हो उठते है। कथा में समाजसेवी बीआर शुक्लाम का बेहतर सहयोग है। कथा रामधनी दूबेए रामधनी दूबेए पोटर दूबेए रामखेलावनए लालता प्रसाद दूबेए कमलेश उपाध्याायए त्रयबंक उपाध्या य एजटाशंकर मिश्रए रविशंकर दूबेए कल्र् ुआ दूबेए रमेश शुक्ल ए ठाकुर प्रसाद शुक्ल व दूसरे लोग मौजूद थे