प्रशिक्षु अधिकारियों ने परखी शिक्षा-व्यवस्था
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मछलीशहर (जौनपुर): प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों की टीम ने रात्रि विश्राम
के पश्चात सोमवार को प्रात:काल गांव में प्राथमिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य
व्यवस्था की जानकारी ली। इसके साथ ही गांवों के रहन-सहन के विषय में लोगों
से वार्ता की।
अमारा गांव में भ्रमण के दौरान डिहिया प्राथमिक विद्यालय, अमारा जूनियर हाई स्कूल में अनिल कुमार, रामजी भाई रनवसिया, गुरुदत्त हेगड़े, हृषिकेशपति हेमंत, फोना वामसी कृष्णा एवं के बालमूर्ति की टीम पहुंची। उन्होंने शिक्षण व्यवस्था की जानकारी शिक्षकों से ली तथा छात्र-छात्राओं से वार्ता कर उनके ज्ञान स्तर को परखा। विद्यालयों में अध्यापकों की कमी तथा शौचालयों एवं पेयजल की उचित व्यवस्था न देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। केरल व आंध्र प्रदेश के स्कूलों की तुलना में यहां शिक्षा स्तर निम्न होने की बात कही। इसी प्रकार एएनएम सेंटर पर तैनात नर्स से उपलब्ध सुविधाओं तथा होने वाली बीमारियों की रोकथाम की व्यवस्था के बारे में पूछा। नर्स ने खसरा, पोलियो व अन्य बीमारियों के टीकाकरण की व्यवस्था मात्र होने की जानकारी दी। प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था गांव में न होने पर हैरानी जताई। इसके अलावा गांव में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता, पेयजल व्यवस्था, भूमिगत जल के स्तर आदि की भी जानकारी ली। कमोवेश यही जानकारी टिकरा व भटेवरा में भी ली गई है।
चखा मिड डे मील का स्वाद
भटेवरा गांव में भ्रमण के दौरान प्राथमिक विद्यालय में पहुंची प्रशिक्षुओं की टीम ने विद्यालय में बच्चों के लिए बने भोजन को चखने की इच्छा जताई तो सोमवार को बनी रोटी एवं सब्जी रसोइए से लेकर मिड डे मील का स्वाद भी लिया।
अमारा गांव में भ्रमण के दौरान डिहिया प्राथमिक विद्यालय, अमारा जूनियर हाई स्कूल में अनिल कुमार, रामजी भाई रनवसिया, गुरुदत्त हेगड़े, हृषिकेशपति हेमंत, फोना वामसी कृष्णा एवं के बालमूर्ति की टीम पहुंची। उन्होंने शिक्षण व्यवस्था की जानकारी शिक्षकों से ली तथा छात्र-छात्राओं से वार्ता कर उनके ज्ञान स्तर को परखा। विद्यालयों में अध्यापकों की कमी तथा शौचालयों एवं पेयजल की उचित व्यवस्था न देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। केरल व आंध्र प्रदेश के स्कूलों की तुलना में यहां शिक्षा स्तर निम्न होने की बात कही। इसी प्रकार एएनएम सेंटर पर तैनात नर्स से उपलब्ध सुविधाओं तथा होने वाली बीमारियों की रोकथाम की व्यवस्था के बारे में पूछा। नर्स ने खसरा, पोलियो व अन्य बीमारियों के टीकाकरण की व्यवस्था मात्र होने की जानकारी दी। प्राथमिक चिकित्सा व्यवस्था गांव में न होने पर हैरानी जताई। इसके अलावा गांव में दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता, पेयजल व्यवस्था, भूमिगत जल के स्तर आदि की भी जानकारी ली। कमोवेश यही जानकारी टिकरा व भटेवरा में भी ली गई है।
चखा मिड डे मील का स्वाद
भटेवरा गांव में भ्रमण के दौरान प्राथमिक विद्यालय में पहुंची प्रशिक्षुओं की टीम ने विद्यालय में बच्चों के लिए बने भोजन को चखने की इच्छा जताई तो सोमवार को बनी रोटी एवं सब्जी रसोइए से लेकर मिड डे मील का स्वाद भी लिया।