ईद ए मिलाद, चलिए जानते हैं इस पर्व के बारे में कुछ विशेष बातें :राजन तिवारी

हर धर्म अपने आप में महान और समृद्ध होता है हर धर्म की अपनी विशेषताएं और गुण होते हैं हर धर्म अपने मानकों और परंपराओं पर चलता है हिंदू धर्म की तरह ही मुस्लिम धर्म में भी त्यौहार ही उनकी परंपरा के वाहक है आज मुस्लिम धर्म का एक बेहद अहम पर्व बारहवफात है
इस दिन मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था इसे बारह रवी उल अव्वल के रूप में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है मस्जिदों में नमाज अदा की जाती है तथा रात में मस्जिदों को रोशन कर मुहम्मद साहब का जन्मदिन मनाया जाता है इस दिन झांकियां भी निकाली जाती हैं
बारहवफात मुसलमानों को धर्म की शिक्षा देता है 13 अप्रैल 570 ई0 में मक्का के कुरैत कबीले में पैगम्बर मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था जन्म के समय से ही इनके परिवारीजनों में खुशी का माहौल रहा 610 ई0 में इन्हें दीपज्ञान की प्राप्ति हुई 12 वर्ष बाद ईश्वर की ओर से इनको पैगाम मिला कि अपने मार्ग से भटक रहे मक्का के लोगों को धर्म की शिक्षा दो इसके चलते उनको मक्का से निकाल दिया गया मक्का से निकलने के बाद 400 किमी पैदल चलकर वे मदीना पहुंचे वहीं से हिजरी संवत का प्रारंभ हुआ इस समय 1332 हिजरी संवत चल रहा है मोहम्मद साहब ने मुसलमानों को धर्म का पाठ पढ़ाया जिस पर मुसलमानों को चलने की प्रेरणा दीण उन्होंने इस्लाम के पांच सिद्धांत रोजाए नमाजए जकातए तौहीदए हज की यात्रा बताया

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  1. राजन जी इस लेख के माध्यम से आपने ये सचमुच में दर्शा दियाकी जौनपुर कौमी एकता का एक मिशाल हैऔर इस लेख के प्राति आपकी निष्ठा भी अपने में एक मिशाल है

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    1. कुमार जी ,
      *अच्छी संस्कृति* तो हमेशा ही जीवित रहती है।
      इसका श्रेय व्यक्ति विशेष को नही *अच्छी संस्कृति*
      को ही जाता है। हमारी संस्कृति अपने आप में महान है।
      धन्यवाद।
      राजन तिवारी,जौनपुर,उत्तर प्रदेश

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    2. आपके विचार अच्छे लगे। धन्यवाद,
      अपना स्नेह बनाये रखियेगा।
      आपका स्नेह ही तो मेरी शक्ति है।

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  2. good, this shows your respect towards other religions, though there are some minor faults here but your efforts is praiseworthy and it is more than enough to reflect that in India we all are brothers irrespective of caste, class or religion.. good

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    1. आपके विचार अच्छे लगे। धन्यवाद,
      अपना स्नेह बनाये रखियेगा।
      आपका स्नेह ही तो मेरी शक्ति है।

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  3. mr.rajan... i feel very proud to know your secular opinion. it feel good when any person of other religion known and shows his interest about festival and rituals of other religion.....i think that dreams coming true which one dreamed by gandhi....sarv dharma sambhav.

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    1. अनिल जी ,
      आपके विचार अच्छे लगे। धन्यवाद,
      अपना स्नेह बनाये रखियेगा।
      आपका स्नेह ही तो मेरी शक्ति है।
      राजन तिवारी ,जौनपुर,उत्तर प्रदेश

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  4. Very nice article. One should always respect other religion.. It will help in increasing harmony and Peace .

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    1. आपके विचार अच्छे लगे। धन्यवाद,
      अपना स्नेह बनाये रखियेगा।
      आपका स्नेह ही तो मेरी शक्ति है।

      हटाएं
  5. Rajan ji Jaunpur ki pehchan uski kaumi ekta hai...Bahut khusi hoti hai jb aap jaise navyuvak is kaumi ekta ko bnaye rkhne ka pryas kerte hain....aapka pryas sarahniy hai...aapke ujjwal bhavisy ki kaamna kerta hu..

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    1. आपका स्नेह ही मेरी शक्ति है ,,,,,और जनपद जौनपुर के हर एक वासी से मै कामना करता हु की कोमी एकता बनाए रखे,धन्यवाद

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  6. Lekhak mahoday aaj k yuvao ki ye soach dekh k lagta hai bhavisya mei kaumi ekta ki missal sirf Jaunpur mei hi nhi blki humare pure desh mei hogi.Aap jaise logo ki soach wakai Kabile tarrif hai

    जवाब देंहटाएं
  7. गरिमा जी ,
    अच्छी संस्कृति* तो हमेशा ही जीवित रहती है।
    इसका श्रेय व्यक्ति विशेष को नही *अच्छी संस्कृति*
    को ही जाता है।
    राजन तिवारी,जौनपुर ,उत्तर प्रदेश

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