स्वतंत्र भारत के निर्माण में वकीलों की भूमिका अहम

 जौनपुर। स्वतंत्र भारत के निर्माण में अधिवक्ताओं की अहम भूमिका रही है। वकील दूसरों के हित के लिए रात दिन एक कर देता है। वह त्याग और संघर्ष की मिसाल है।
यह बातें प्रशासनिक न्यायमूर्ति अश्विनी कुमार सिंह ने शनिवार को दीवानी सभागार में संतोषी बाबू के पुण्य तिथि समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वकील दूसरों के अधिकारों के लिए लड़कर अपने कर्तव्य का पालन करता है। संतोषी बाबू को विद्वान अधिवक्ता बताते हुए कहा कि उन्होंने जूनियर को अनुशासित रहने और सीनियर को सम्मान देने की सीख दी।
विशिष्ट अतिथि उप्र बार कौंसिल के अध्यक्ष अब्दुल रज्जाक खां ने वकीलों को गीता के सिद्धांत का अनुसरण करने तथा वादकारियों को न्याय दिलाने को ही उनका धर्म बताया। उन्होंने वकीलों की कल्याणकारी योजनाएं शीघ्र लागू करवाने की बात कही तथा संतोषी बाबू के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
जिला जज लुकमानुल हक ने बार बेंच को एक रथ का दो पहिया तथा वादकारी को तीसरा पहिया बताया। जिलाधिकारी सुहास एलवाई व एसपी बबलू कुमार ने कहा कि वकील ही समाज को दिशा देते हैं। आजादी से लेकर अब तक देश के उत्थान में वकीलों की भूमिका अहम रही।
समारोह में ही पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंद्र मिश्रा, आमोद सिन्हा, आरपी सिंह, प्रेम शंकर मिश्र व हरिराम मौर्य को अधिवक्ता रत्न से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता बीडी सिंह, संतोष श्रीवास्तव, दिनेश प्रताप सिंह, दुष्यंत सिंह, कलेक्ट्रेट बार अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह सहित तमाम न्यायिक अधिकारी मौजूद रहे। अध्यक्षता दीवानी बार अध्यक्ष सत्येंद्र बहादुर सिंह तथा संचालन महामंत्री जय प्रकाश सिंह कामरेड ने किया। कार्यक्रम के आयोजक संतोषी बाबू के पुत्र राजेश श्रीवास्तव 'बच्चा भइया' एडवोकेट ने आभार जताया।

Related

खबरें 1885246159499792624

एक टिप्पणी भेजें

emo-but-icon

AD

जौनपुर का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

आज की खबरे

साप्ताहिक

सुझाव

संचालक,राजेश श्रीवास्तव ,रिपोर्टर एनडी टीवी जौनपुर,9415255371

जौनपुर के ऐतिहासिक स्थल

item