भाजपा सांसद बोले रेल बजट की तरह किसानों को मिले कृषि बजट
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भदोही । उत्तेर प्रदेश में हुए बेमौसम बरसात से भारी पैमाने पर फसल की तबाही से दुखी किसान आत्मकहत्यास कर रहे हैं । मौसम का मिजाज किसानों के लिए पीडादायी बन गया है। किसानों मे बढती निराशा और आत्म।हत्या को रोकने के लिए भदोही के भाजपा सांसद वीरेन्द्रए सिंह श्मस्तोश् ने रेल बजट की तरह कृषि बजट के प्रावधान की मांग की है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंसने कहा है कि अन्नदाता से देश की पहचान है पर आज वह दिक्कतों में है एेसे में कृषि बजट के माध्यहम से दशा सुधारने की पहल करनी होगी । उनका मानना है कि देश के प्रधानमंत्री किसानों को लेकर गंभीर हैं आैर अगर इससे किसानों का फायदा होगा। भदोही से भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त खुद किसान हैं और किसानो के लिए कार्य करते रहें हैं। उनका मानना है की जब रेल बजट हो सकता है तो कृषि बजट क्यों नही। सकता। देश की बड़ी आबादी कृषि से जुडी है और अन्नदाता की मेहनत से ही सबका पेट भरता है। ऐसे में देश में कृषि बजट का होना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा हुआ तो किसानो को बड़ा लाभ मिलेगा साथ ही रसायनिक उर्वरकों की रतह किसानों को जैविक खाद पर भी रियायत मिलनी चाहिए। अगर गोबर की खाद बड़े पैमाने पर बनेगी तो गौ हत्या पर भी रोक लगेगी। मस्त ने कहा की प्रधानमंत्री किसानो के लिए बेहतर कार्य कर रहे है और वह कृषि बजट पर भी जरूर ध्यान देंगे। भूमि बिल पर हो रहे विवाद पर वीरेंद्र सिंह मस्त का कहना है की इस बिल से किसान परेशान नही है दिक्कत उन लोगो को है जिनसे सरकारी खजाने की लूट बंद करा दी गयी है। बिल का विरोध वह कर रहे है जिन्होंने किसान को सिर्फ किताबो में पढ़ा है।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंसने कहा है कि अन्नदाता से देश की पहचान है पर आज वह दिक्कतों में है एेसे में कृषि बजट के माध्यहम से दशा सुधारने की पहल करनी होगी । उनका मानना है कि देश के प्रधानमंत्री किसानों को लेकर गंभीर हैं आैर अगर इससे किसानों का फायदा होगा। भदोही से भाजपा सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त खुद किसान हैं और किसानो के लिए कार्य करते रहें हैं। उनका मानना है की जब रेल बजट हो सकता है तो कृषि बजट क्यों नही। सकता। देश की बड़ी आबादी कृषि से जुडी है और अन्नदाता की मेहनत से ही सबका पेट भरता है। ऐसे में देश में कृषि बजट का होना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा हुआ तो किसानो को बड़ा लाभ मिलेगा साथ ही रसायनिक उर्वरकों की रतह किसानों को जैविक खाद पर भी रियायत मिलनी चाहिए। अगर गोबर की खाद बड़े पैमाने पर बनेगी तो गौ हत्या पर भी रोक लगेगी। मस्त ने कहा की प्रधानमंत्री किसानो के लिए बेहतर कार्य कर रहे है और वह कृषि बजट पर भी जरूर ध्यान देंगे। भूमि बिल पर हो रहे विवाद पर वीरेंद्र सिंह मस्त का कहना है की इस बिल से किसान परेशान नही है दिक्कत उन लोगो को है जिनसे सरकारी खजाने की लूट बंद करा दी गयी है। बिल का विरोध वह कर रहे है जिन्होंने किसान को सिर्फ किताबो में पढ़ा है।