अस्थमा का सबसे कारगर उपचार है इंहेलेशन थेरेपीः डा. अतुल श्रीवास्तव
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जौनपुर। पहला विश्व अस्थमा दिवस जब 17 वर्ष पूर्व मनाया गया था तो उसका मुख्य उद्देश्य लोगों को अस्थमा से जुड़ी भ्रांतियों व शंकाओं के साथ सही दवा के प्रति जागरूक करना था लेकिन आज डेढ़ दशक बाद भी रोगियों को बीमारी व शुरूआत से सही दवा की जरूरत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उक्त बातें व्यक्त करते हुये चेस्ट स्पेशलिस्ट डा. अतुल श्रीवास्तव ने अस्थमा दीर्घकालिक बीमारी है जिसमें लम्बे समय तक उपचार की आवश्यकता होता है। कई रोगी जब बेहतर महसूस करते हैं तो इंहेलर लेना बंद कर देते हैं जिसके परिणाम गम्भीर भी हो सकते हैं, क्योंकि लोग उस उपचार के माध्यम से बंद कर देते हैं जिससे स्वस्थ व फिट महसूस होते हैं। डा. श्रीवास्तव ने कहा कि अस्थमा के उपचार में प्रभावी इंहेलेशन थेरेपी अब भारत में बहुत ही सस्ती कीमती यानी 4 से लेकर 6 रूपये प्रतिदिन की कीमत पर उपलब्ध है, इसलिये इसको नियंत्रित करना चाहते हैं तो इंहेलेशन थेरेपी से जुड़ी बाधाओं को कम करने व इसके महत्व को समझने पर जोर देना चाहिये। चेस्ट स्पेशलिस्ट का कहना है कि इसके शुरूआती चरण में ही निदान जरूरी है, ताकि फेफड़ों की स्थिति को बचाया जा सके। उपचार के लिये इंहेलेशन थेरेपी सबसे कारगर उपचार है जिससे अस्थमा को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सकता है और इस मर्ज का रोगी पूरी सक्रियता से जिन्दगी जी सकता है।