स्वस्थ व निरोग रहने के लिये योग अति आवश्यकः अचल हरिमूर्ति
https://www.shirazehind.com/2015/10/blog-post_578.html
योग गुरू ने नशा मुक्ति एवं शाकाहारी रहने का दिलवाया संकल्प
जौनपुर। जन-जन तक योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को पहुंचाकर लोगों को स्वस्थ रखने के लिये पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में प्रशिक्षित किये जा रहे योग शिक्षकों के क्रम में तहसील केराकत में चल रहे 25 दिवसीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर के 20वें दिन योग के क्रियात्मक व सैद्धांतिक अभ्यासों को पतंजलि योग समिति के प्रभारी अचल हरिमूर्ति द्वारा विभिन्न प्रकार के आसनों, प्राणायामों और ध्यान को कराया गया। अभ्यासों के क्रम में शिविरार्थियों को योगिंग, जागिंग, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, मकरासन, भुजंगासन, मर्कटासन, शवासनों के साथ भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, वाह्य प्राणायाम, अग्निसार, नौलिक्रिया, भ्रामरी व उद्गीथ प्राणायामों के साथ योग निद्रा और ध्यान की विशेष प्रक्रिया का अभ्यास कराते हुये आजीवन नशा मुक्ति व शाकाहारी रहने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर तहसील केराकत के प्रभारी शम्भू नाथ, रणजीत आर्य, ज्ञान प्रकाश, योगेश कुमार, प्रभाकर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
जौनपुर। जन-जन तक योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को पहुंचाकर लोगों को स्वस्थ रखने के लिये पतंजलि योगपीठ के तत्वावधान में प्रशिक्षित किये जा रहे योग शिक्षकों के क्रम में तहसील केराकत में चल रहे 25 दिवसीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर के 20वें दिन योग के क्रियात्मक व सैद्धांतिक अभ्यासों को पतंजलि योग समिति के प्रभारी अचल हरिमूर्ति द्वारा विभिन्न प्रकार के आसनों, प्राणायामों और ध्यान को कराया गया। अभ्यासों के क्रम में शिविरार्थियों को योगिंग, जागिंग, सूर्य नमस्कार, ताड़ासन, वृक्षासन, मकरासन, भुजंगासन, मर्कटासन, शवासनों के साथ भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, वाह्य प्राणायाम, अग्निसार, नौलिक्रिया, भ्रामरी व उद्गीथ प्राणायामों के साथ योग निद्रा और ध्यान की विशेष प्रक्रिया का अभ्यास कराते हुये आजीवन नशा मुक्ति व शाकाहारी रहने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर तहसील केराकत के प्रभारी शम्भू नाथ, रणजीत आर्य, ज्ञान प्रकाश, योगेश कुमार, प्रभाकर सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।