जमैथा गांव में हजारों भक्तों ने किया मां अखड़ो देवी का दर्शन-पूजन
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प्रतिवर्ष यम द्वितीया/भैयादूज के दिन आयोजित होता है अखड़ो देवी का मेला
जफराबाद। यम द्वितीया एवं भैया दूज के पर्व पर सिरकोनी विकास खण्ड क्षेत्र के जमैथा गांव में आदि गंगा गोमती के किनारे स्थित अखड़ों देवी का मेला शुक्रवार को शांति पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस मेले में आये भक्तों ने मां अखण्डा ‘‘अखड़ो देवी‘‘ को नारियल, चुनरी, हलुवा, पूड़ी चढ़ाकर मां का दर्शन पूजन किया और मिन्नतें मांगी। भक्तों ने आदि गंगा गोमती के निर्मल धारा में डुबकी भी लगाई। मेले में आये लोगों ने मां का दर्शन-पूजन करने के बाद खूब खरीददारी की। उक्त मेला कार्यक्रम सुबह से प्रारम्भ होकर देर शाम तक चलता रहा और शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु जफराबाद पुलिस मौके पर डटी रही। भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाली मां अखण्डा देवी ‘‘अखड़ो‘‘ का मेला प्रतिवर्ष यम द्वितीया/भैयादूज के दिन जमैथा गांववासियों द्वारा आयोजित किया जाता है। इस मेले की सुरक्षा में जफराबाद पुलिस के साथं ग्रामवासी भी सहयोग करते हैं। बताया जाता है कि इसी जमैथा गांव में आदि गंगा गोमती नदी के पावन तट पर ऋषि यमदग्नि का आश्रम था। पिता यमदग्नि के आदेश पर यमदग्नि पुत्र परशुराम ने माता रेणुका फरसे से सिर विच्छेदन किया था और वरदान के रूप में परशुराम जी ने पिता यमदिग्न ऋषि से माता को पुनः जिन्दा भी करवाया था और तब से माता रेणुका को लोग मां अखण्डा देवी ‘‘अखड़ों‘‘ के नाम से पूजते हैं और मनवान्छित फल प्राप्त करते हैं।
जफराबाद। यम द्वितीया एवं भैया दूज के पर्व पर सिरकोनी विकास खण्ड क्षेत्र के जमैथा गांव में आदि गंगा गोमती के किनारे स्थित अखड़ों देवी का मेला शुक्रवार को शांति पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस मेले में आये भक्तों ने मां अखण्डा ‘‘अखड़ो देवी‘‘ को नारियल, चुनरी, हलुवा, पूड़ी चढ़ाकर मां का दर्शन पूजन किया और मिन्नतें मांगी। भक्तों ने आदि गंगा गोमती के निर्मल धारा में डुबकी भी लगाई। मेले में आये लोगों ने मां का दर्शन-पूजन करने के बाद खूब खरीददारी की। उक्त मेला कार्यक्रम सुबह से प्रारम्भ होकर देर शाम तक चलता रहा और शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु जफराबाद पुलिस मौके पर डटी रही। भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाली मां अखण्डा देवी ‘‘अखड़ो‘‘ का मेला प्रतिवर्ष यम द्वितीया/भैयादूज के दिन जमैथा गांववासियों द्वारा आयोजित किया जाता है। इस मेले की सुरक्षा में जफराबाद पुलिस के साथं ग्रामवासी भी सहयोग करते हैं। बताया जाता है कि इसी जमैथा गांव में आदि गंगा गोमती नदी के पावन तट पर ऋषि यमदग्नि का आश्रम था। पिता यमदग्नि के आदेश पर यमदग्नि पुत्र परशुराम ने माता रेणुका फरसे से सिर विच्छेदन किया था और वरदान के रूप में परशुराम जी ने पिता यमदिग्न ऋषि से माता को पुनः जिन्दा भी करवाया था और तब से माता रेणुका को लोग मां अखण्डा देवी ‘‘अखड़ों‘‘ के नाम से पूजते हैं और मनवान्छित फल प्राप्त करते हैं।