24 घंटे बाद पकड़ा गया तेंदुआ , जनता ली राहत की सास
https://www.shirazehind.com/2015/12/24.html
जौनपुर। एक घंटे की कड़ी मशक्त के बाद कानपुर वन विभाग की टीम ने तेदुआ को पकड़ने में सफलता हासिल कर लिया है। टीम को तेदुआ को बेहोश करने के लिए दो इंजेक्शन भी लगाना पड़ा। तेदुआ पकड़े जाने के बाद स्थानीय नागरिको ने राहत की सांस लिया है। इस मंजर को देखने के लिए हजारो की भीड़ उमड़ पड़ी थी।
हम आप को बताते चले कि शुक्रवार की शाम सरायखाजा थाना क्षेत्र के रामपुर डेरवा गांव में एक तेदुआ पहंुच गया था। उसने बाप बेटा समेत तीन लोगो पर हमला बोलने बाद एक मकान में घुस गया था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस घर अंदर फसी चार महिलाओ को अपनी जान की बाजी लगाकर सुरक्षित निकालने के बाद तेदुआ को उसी घर में कैद कर दिया था। काफी देर बाद मौके पर पहुंची जौनपुर वन विभाग की टीम ने तेदुआ पकड़ने का संसाधन न होने के कारण अपना हाथ खड़ा दिया था। इसकी सूचना लखनऊ मुख्यालय भेजा गया। मुख्यालय का आदेश मिलते ही कानपुर की वन विभाग की टीम आज जौनपुर पहुंकर तेदुआ को पकड़कर अपने साथ ले गयी। पूरे आपरेशन को देखने के लिए मौके पर भारी उमड़ पड़ी थी। जिसके कारण वन विभाग की टीम को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
जिस घर को तेंदुआ ने अपना ठीकाना बनाया था उसकी मालकिन संगीता मौर्या ने बताया कि जिस समय तेंदुआ में मेरे घर दाखिल हुआ तो हम लोग की सांसे थम गयी थी। लेकिन अपने बच्चे की जान बचाने के लिए दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया और पूरी ताकत से दरवाजे की दबाये रखा था। करीब दो घंटे बाद थानाध्यक्ष ने आकर हम लोगो को घर से बाहर निकाला इसके बाद भी हम लोग पूरी रात दहशत में थे।
हम आप को बताते चले कि शुक्रवार की शाम सरायखाजा थाना क्षेत्र के रामपुर डेरवा गांव में एक तेदुआ पहंुच गया था। उसने बाप बेटा समेत तीन लोगो पर हमला बोलने बाद एक मकान में घुस गया था। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस घर अंदर फसी चार महिलाओ को अपनी जान की बाजी लगाकर सुरक्षित निकालने के बाद तेदुआ को उसी घर में कैद कर दिया था। काफी देर बाद मौके पर पहुंची जौनपुर वन विभाग की टीम ने तेदुआ पकड़ने का संसाधन न होने के कारण अपना हाथ खड़ा दिया था। इसकी सूचना लखनऊ मुख्यालय भेजा गया। मुख्यालय का आदेश मिलते ही कानपुर की वन विभाग की टीम आज जौनपुर पहुंकर तेदुआ को पकड़कर अपने साथ ले गयी। पूरे आपरेशन को देखने के लिए मौके पर भारी उमड़ पड़ी थी। जिसके कारण वन विभाग की टीम को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा।
जिस घर को तेंदुआ ने अपना ठीकाना बनाया था उसकी मालकिन संगीता मौर्या ने बताया कि जिस समय तेंदुआ में मेरे घर दाखिल हुआ तो हम लोग की सांसे थम गयी थी। लेकिन अपने बच्चे की जान बचाने के लिए दरवाजे को अंदर से बंद कर दिया और पूरी ताकत से दरवाजे की दबाये रखा था। करीब दो घंटे बाद थानाध्यक्ष ने आकर हम लोगो को घर से बाहर निकाला इसके बाद भी हम लोग पूरी रात दहशत में थे।