मौलाना आयतुल्लाह बाकिर अल निम्र के इसालेसवाब की मजलिस आयोजित
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जौनपुर।
शिया जामा मस्जिद इंतेजामिया कमेटी के द्वारा बाद नमाज-ए-जुमा मौलाना
आयतुल्लाह बाकिर अल निम्र के इसालेसवाब की मजलिस आयोजित की गयी। जिसकी
जाकरी मौलाना मुस्तफा इस्लामी साहब ने की। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में
जो आतंकवाद फैला हुआ है, उसका जनक सऊदी अरब है। अगर दुनिया से आतंकवाद खत्म
करना है तो सऊदी अरब में लोकतंत्र की स्थापना करनी होगी ताकि सऊदी अरब के
लोगों के मानवाधिकार की रक्षा हो सके। नहीं तो इसी तरह बेगुनाहों को सऊदी
अरब की राजशाही सरकार फांसी पर लटकाती रहेगी। इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण
मौलाना आयतुल्लाह बाकिर अल निम्र हैं। जिनको केवल इसीलिए फांसी पर चढ़ा दिया
गया कि इन्होंने सऊदी में अल्पसंख्यक मुसलमानों के लिए आवाज बुलंद की।
मजलिस के आखिर में इमाम-ए-जुमा मौलाना महफुजूल हसन खां ने कहा कि शहीद
मौलाना आयतुल्लाह बाकिर अल निम्र की कुर्बानी सऊदी हूकुमत को नेस्तनाबूत कर
देगी। उपस्थित लोगों ने मौलाना आयतुल्लाह बाकिर अल निम्र के लिए
सुरेफातेहा पढ़ी। उक्त अवसर पर शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली अली मंजर डेजी,
जौनपुर अजादारी कौंसिल के अध्यक्ष हाजी सै0 मोहम्मद हसन, मौलाना आबिद,
गुड्डू, मो. मुस्लिम हीरा, तहसीन अब्बास सोनी, जैद सईद, हाजी समीर अली,
अहमद, डा. हाशिम खां, इस्तेयाक, शहनवाज उर्फ ऋषि, अशद, लड्डन, सोनू इत्यादि
मुख्य रूप से उपस्थित थे।

