कीर्ति कुंज मारूति एजेंसी के खिलाफ सड़क पर उतरे श्रमिक, पीएफ कटौती व वेतन में भारी हेराफेरी पर श्रमिक हुये नाराज
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एजेंसी के एचआर ने श्रमिकों को धक्का देकर निकाला बाहर
जौनपुर। सरायख्वाजा क्षेत्र के कुत्तूपुर बाजार के पास स्थित कीर्ति कुन्ज मारूति एजेंसी के श्रमिकों ने शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन करते हुये नारेबाजी किया। उनका आरोप रहा कि उनके पीएफ कटौती व वेतन में काफी हेरा-फेरी की गयी है। इतना ही नहीं, उन्होंने एजेंसी के एचआर पर मारपीट कर बाहर निकलने का आरोप लगाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मारूति एजेंसी कीर्ति कुन्ज के मुख्य द्वार पर शुक्रवार को दर्जनों श्रमिक नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन करने लगे जहां कुछ ने जबर्दस्त हंगामा शुरू कर दिया। इस मौके पर श्रमिकों का आरोप रहा कहा कि डेढ़ वर्ष से श्रमिकों के पीएफ कटौती व वेतन में हेरा-फेरी की गयी है। जब पीएफ कटौती व वेतन की जानकारी मांगी गयी तो जिम्मेदार लोग कतराने लगे। श्रमिकों ने कहा कि कभी भी कोई श्रमिक के साथ घटना होती है तो उसे मेडिकल तक नहीं दिया जाता है। श्रमिक मांगों को लेकर जब एचआर डा. जावेद के पास गये तो वह भड़कते हुये श्रमिकों को धक्का देकर भगा दिया। मौके पर कम्पनी के लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन आक्रोशित श्रमिक मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन करने लगे। श्रमिकों ने कहा कि हम लोगों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। श्रमिकों ने कहा कि हम यह लड़ाई न्यायालय से लेकर सीएम हाउस तक लड़ेंगे। इस बाबत पूछे जाने पर वर्करों के एजेंसी प्रबंध प्रभारी गौरव जायसवाल का कहना है कि पीएफ में खामियां पायी गयी थीं जिसे दूर कर दिया है। उन्हें वापस काम पर बुलाया गया है। प्रदर्शन करने वालों धर्मेन्द्र मौर्या, आकाश, संदीप कुमार, राकेश पाल, रतन, वीरेन्द्र कुमार, सुनील कुमार, मनोज तिवारी, महाजन, पंकज कुमार, गौतम, अजय, महेन्द्र के अलावा भारी संख्या में श्रमिक प्रमुख रहे।
जौनपुर। सरायख्वाजा क्षेत्र के कुत्तूपुर बाजार के पास स्थित कीर्ति कुन्ज मारूति एजेंसी के श्रमिकों ने शुक्रवार को जमकर प्रदर्शन करते हुये नारेबाजी किया। उनका आरोप रहा कि उनके पीएफ कटौती व वेतन में काफी हेरा-फेरी की गयी है। इतना ही नहीं, उन्होंने एजेंसी के एचआर पर मारपीट कर बाहर निकलने का आरोप लगाया। प्राप्त जानकारी के अनुसार मारूति एजेंसी कीर्ति कुन्ज के मुख्य द्वार पर शुक्रवार को दर्जनों श्रमिक नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन करने लगे जहां कुछ ने जबर्दस्त हंगामा शुरू कर दिया। इस मौके पर श्रमिकों का आरोप रहा कहा कि डेढ़ वर्ष से श्रमिकों के पीएफ कटौती व वेतन में हेरा-फेरी की गयी है। जब पीएफ कटौती व वेतन की जानकारी मांगी गयी तो जिम्मेदार लोग कतराने लगे। श्रमिकों ने कहा कि कभी भी कोई श्रमिक के साथ घटना होती है तो उसे मेडिकल तक नहीं दिया जाता है। श्रमिक मांगों को लेकर जब एचआर डा. जावेद के पास गये तो वह भड़कते हुये श्रमिकों को धक्का देकर भगा दिया। मौके पर कम्पनी के लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की लेकिन आक्रोशित श्रमिक मुख्य द्वार पर नारेबाजी करते हुये प्रदर्शन करने लगे। श्रमिकों ने कहा कि हम लोगों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है। श्रमिकों ने कहा कि हम यह लड़ाई न्यायालय से लेकर सीएम हाउस तक लड़ेंगे। इस बाबत पूछे जाने पर वर्करों के एजेंसी प्रबंध प्रभारी गौरव जायसवाल का कहना है कि पीएफ में खामियां पायी गयी थीं जिसे दूर कर दिया है। उन्हें वापस काम पर बुलाया गया है। प्रदर्शन करने वालों धर्मेन्द्र मौर्या, आकाश, संदीप कुमार, राकेश पाल, रतन, वीरेन्द्र कुमार, सुनील कुमार, मनोज तिवारी, महाजन, पंकज कुमार, गौतम, अजय, महेन्द्र के अलावा भारी संख्या में श्रमिक प्रमुख रहे।

